दक्ष प्रजापति की पुत्री सती बचपन से ही भगवान शिव की अनन्य भक्त थीं। उन्होंने कठोर तप कर शिव को पति रूप में प्राप्त किया और दोनों का दिव्य विवाह संपन्न हुआ।
Dharmsaar | 2025-05-07
सती के पिता दक्ष ने एक यज्ञ आयोजित किया, जिसमें शिव और सती को आमंत्रित नहीं किया। यज्ञ में शिव के अपमान से व्यथित होकर सती ने आत्मदाह कर लिया।
सती की मृत्यु से शिव शोक और क्रोध में डूब गए। उन्होंने तांडव नृत्य किया, जिससे सृष्टि में विनाश फैल गया। देवताओं की प्रार्थना पर शिव ने अंततः अपना क्रोध शांत किया।
सती ने पार्वती के रूप में पुनर्जन्म लिया। उन्होंने फिर से कठोर तप कर शिव का प्रेम प्राप्त किया और दोनों का पुनः विवाह हुआ।