यमुनोत्री धाम, चार धाम यात्रा की शुरुआत का पहला पड़ाव है, जहां से जीवन के पवित्र परिवर्तन की शुरुआत मानी जाती है।
Dharmsaar | 2025-06-26
चार धाम यात्रा में अगला पड़ाव है-उत्तरकाशी में स्थित गंगोत्री मंदिर! यहां भक्त पवित्र भागीरथी नदी में डुबकी लगाने आते है।
रुद्रप्रयाग में स्थित केदारनाथ मंदिर, भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और अटल आस्था का प्रतीक है।
बद्रीनाथ मंदिर, अलकनंदा नदी के किनारे भगवान विष्णु की साधना स्थल है। यह चारधाम यात्रा का समापन केंद्र माना जाता है।
हरिद्वार से शुरू होकर हवाई, रेल और सड़क मार्ग से चारधाम यात्रा को आसान और सुविधाजनक बनाया गया है।