Vrindavan Mein Hukum Chale Radha Rani Ka
संस्कृति एवं सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करने के लिए महंत राम प्रकाश दास ने 52 देशों का भ्रमण किया। उन्होंने अपने जीवन में लाखों लोगों को दीक्षा दी। हरिद्वार में 12 करोड़ रुपये की लागत से दो भव्य आश्रम बनवा कर दातारपुर के नाम को चमकाया। इसके अतिरिक्त सैकड़ों मंदिरों का शिलान्यास एवं मूर्ति प्रतिष्ठापना करवाई। 11 भाषाओं के ज्ञाता महंत जी संस्कृत, ऊर्दू, फारसी तथा अंग्रेजी के विद्वान थे।
उन्होंने पांच एकड़ जमीन देकर आयुर्वेदिक अस्पताल बनवाया। जल सप्लाई योजना दातारपुर, संस्कृत कॉलेज, कन्या कॉलेज तथा चार हाई स्कूल बनवाए। वह प्रति वर्ष दो लाख रुपये की किताबें तथा वर्दियां निर्धन बच्चों को देते थे। दातारपुर में उन्होंने दो बैंक भवन, दूरभाष केंद्र, डाकघर आदि बनवाकर इलाकावासियों को सुविधा प्रदान की। सुनामी पीड़ितों, भूकंप पीड़ितों तथा अन्य जरूरतमंदों की भी उन्होंने बहुत मदद की। उन्होंनेराष्ट्र भाषा ¨हदी, संस्कृत के उत्थान के लिए भरसक प्रयास किए। 4 नवंबर, 2010 को एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद मोहाली के फोर्टीज अस्पताल में उनका बैकुंठ गमन हुआ।
उनके 85वें ज Prakash Das Ji Maharaj Ke Bhajan 2025