सफला एकादशी दिसंबर-जनवरी में कृष्ण पक्ष के दौरान मनाई जाती है। एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित एक अत्यंत शुभ दिन है, जो हिंदू कैलेंडर में प्रत्येक चंद्र सप्ताह के ग्यारहवें दिन पड़ता है। हर साल पौष माह में आने वाली एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है।
जैसे के हम इस एकादशी के नाम से भी पहचान सकते है, सफला का अर्थ सफलता होता है, इसलिए ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति के सभी कार्य सफल हो जाते हैं। इस दिन भगवान अच्युत की पूजा की जाती है। सफला एकादशी (Saphala Ekadashi 2024) का महत्व भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को समझाया था। इसका उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है।
Buy Maha Sudarshan Yantraआइये जानते है, सफला एकादशी 2024 (Saphala Ekadashi 2024) तिथि, शुभ समय व धार्मिक महत्व-
सफला एकादशी को साल 2024 की पहली एकादशी के रूप में जाना जाएगा। प्रत्येक वर्ष पौष माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विधि विधान से यह एकादशी व्रत रखा जाता है। इस साल रविवार, 7 जनवरी 2024 (Saphala Ekadashi 2024 Date) के दिन सफला एकादशी का यह व्रत रखा जाएगा।
सफला एकादशी(Saphala Ekadashi 2024 Muhurat) का शुरुआत, समापन समय व व्रत पारण का मुहूर्त इस प्रकार से है-
एकादशी तिथि प्रारम्भ - 07 जनवरी, 2024, 00:41 बजे
एकादशी तिथि समाप्त - 08 जनवरी, 2024, 00:46 बजे
सफला एकादशी पारण समय- 8 जनवरी 2024, प्रातः 07:15 से 09:20
अवधि- 2 घंटे 5 मिनट
• सफला एकादशी (Saphala Ekadashi 2024 Significance) व्रत को करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इसके साथ ही इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति के धन, स्नेह, सम्मान, स्वास्थ्य इत्यादि में भी वृद्धि होती है।
• हिंदू कैलेंडर में पौष माह में मनाई जाने वाली एकादशी को सफला एकादशी कहा जाता है। इसे पौष कृष्ण एकादशी भी कहा जाता है। शास्त्रों में सफला एकादशी को एक ऐसे दिन के रूप में वर्णित किया जाता है, जब भक्त अपने कष्टों को समाप्त करते हैं और समृद्धि प्राप्त करते हैं।
Buy Maha Sudarshan Yantraसफला एकादशी(Saphala Ekadashi 2024) के दिन आप पूजा के अलावा महा सुदर्शन यंत्र की भी पूजा कर सकते हैं। इस यंत्र की पूजा करके आप न केवल भगवान विष्णु को शीघ्र प्रसन्न कर सकेंगे बल्कि अन्य लाभकारी परिणाम भी प्राप्त कर सकेंगे। आप इस यंत्र को ऊपर दिए गए बटन पर क्लिक करके भी खरीद सकते हैं।
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