हिन्दू धर्म के सबसे बड़े त्योहारों में से एक दिवाली आने में अब बहुत कम समय बचा है। दिवाली का पांच दिवसीय त्योहार धनतेरस से शुरू होता है। ऐसे में धनतेरस को दिवाली पर्व की शुरुआत के रूप में जाना जाता है। धन के देवता कुबेर और मां लक्ष्मी के पूजन के साथ ही, धनतेरस का यह शुभ दिन खरीदारी के लिए बेहद शुभ माना जाता है।
धनतेरस, जिसे धनवंतरि त्रयोदशी और धनत्रयोदशी भी कहते हैं, भारत में दिवाली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक महीने की कृष्ण त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है। शास्त्रों और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार के अनुसार इस दिन सभी खरीदे जाने वाले सामान, जैसे सोना-चांदी, वाहन, संपत्ति आदि में तेरह गुणा तक इजाफा होता है। धनतेरस के लोग विशेष तौर से बर्तन, आभूषण या रसोई से जुड़े उपकरण खरीदते है।
आइये जानते है, इस साल धनतेरस का यह पर्व कब मनाया जाएगा (Dhanteras 2023 Date) इस पर्व से जुड़ा धार्मिक महत्व (historic significance of Dhanteras) व धनतेरस पूजन (dhanteras 2023 best puja mahurat) के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त-
धनतेरस पूजन के लिए कुबेर यंत्र खरीदेधनतेरस उत्सव हर साल कार्तिक माह की कृष्ण चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 10 नवंबर 2023, (Dhanteras 2023 Date) शुक्रवार को मनाया जाएगा। माना जाता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था, इसलिए इसे धनतेरस कहा जाता है।
धनतेरस 2023 यानि त्रयोदशी तिथि का शुरुआत व समापन समय (Dhanteras 2023 Timings) इस प्रकार से है-
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ - 10 नवंबर 2023 को दोपहर 12:35 बजे से
त्रयोदशी तिथि समाप्त - 11 नवंबर 2023 को दोपहर 01:57 बजे तक
धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त और पूजा के समय का बहुत महत्व होता है। इन शुभ मुहूर्तों में धनतेरस के दिन सामान आदि खरीदना बहुत लाभकारी माना जाता है। आइये एक नज़र डालते है इन शुभ मुहूर्त पर-
धनतेरस 2023 शुभ मुहूर्त- शाम 06:20 बजे से रात 08:20 बजे तक
पूजन अवधि - 02 घंटे 00 मिनट
धनतेरस 2023 दिन का चौघड़िया - सूर्योदय 06:43 AM
धनतेरस 2023 रात का चौघड़िया - सूर्यास्त 06:02 PM
सोना-चांदी व बर्तन खरीदारी शुभ समय - दोपहर 02:35 PM से 11 नवंबर 2023, सुबह 06: 40 AM तक
• भक्त धनतेरस की शाम को भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी से अपने घरों में शांति और खुशी लाने का आशीर्वाद मांगते है। पौराणिक मान्यतानुसार हिन्दू धर्म में देवी लक्ष्मी केवल साफ-सुथरे घर में प्रवेश करती है।
• यही कारण है की धनतेरस पर लोग अपने घरों को सफाई करते हैं, ताकि वे देवी लक्ष्मी को अपने घर में आकर्षित कर सकें। इसके साथ ही लोग इस दिन प्रवेश द्वार पर दीये जलाते हैं, रंगोली बनाते हैं और घर को सजाते है।
• पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हाथों में अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए धनतेरस पर उनका पूजन किया है।
• धनतेरस को लोग चांदी के बर्तन, सोने की बालियां या धातु की चीजें खरीदना शुभ समझते हैं। ऐसा करने से घर में धन और सफलता का आगमन होता है। इसके साथ ही इस दिन दुकान , फैक्ट्री एवं घर में रखी तिजोरी इत्यादि के पूजन का भी विधान माना जाता है।
धनतेरस पूजन के लिए कुबेर यंत्र खरीदे
धनतेरस से ही लोग अपने घर व ऑफिस की सजावट शुरू कर देते है और विभिन्न डेकोरेटिव आइटम्स से इन्हे सजाते है। धनतेरस का यह पर्व आप सभी के लिए सुख-समृद्धि व धन के अपार भंडार लेकर आए। धनतेरस 2023 (Dhanteras 2023) की ढेरों शुभकामनाएं।