वट सावित्री व्रत पूजन विधि | Vat Savitri Puja Vidhi
- इस व्रत के दिन महिलाएं सुबह उठकर स्नान करें
- इसके बाद साफ़ या नए कपड़े पहने और शृंगार करें
- शुभ मुहूर्त में बरगद या वट के पेड़ की पूजा करें
- पूजा के समय बरगद के पेड़ पर धागा बांधकर, 4-5 परिक्रमा लगाएं
- पूजा संपन्न या शुरू होने पहले दीपक अवश्य जलाएं
- पूजा के पश्चात वट सावित्री की कथा पढ़ें
- अंत में अपनी पति की दीर्घायु की कामना करें
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वट सावित्री व्रत का महत्व | Vat Savitri Vrat Importance
- यह व्रत लंबी आयु, सुख - शांति व समृद्धि के लिए रखा जाता है।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन सावित्री, यमराज से अपने पति के प्राण वापस लाई थी, जिसके बाद से इस व्रत की शुरुआत हुई थी ।
- इस व्रत को रखने से न सिर्फ पति की उम्र बढ़ती है बल्कि स्वास्थ्य भी ठीक रहता है ।
- वट सावित्री व्रत रखने से बच्चे भी सेहतमंद रहते है।
- मान्यता है की जो भी महिलाएं पूरे मन और विधि- विधान से इस व्रत को करती है उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
- पति की दीर्घायु के साथ ही धन समृद्धि के लिए भी महिलाएं इस व्रत को करती है।
वट सावित्री व्रत शुभ मुहूर्त | Vat Savitri Vrat 2022 Shubh Muhurt
- दिन: 30 मई 2022
- शुरुआत तिथि - 29 मई, 2022 दोपहर 02:54 बजे से
- समापन तिथि - 30 मई, 2022 शाम 04:59 बजे तक
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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