अब बस कुछ ही पलों में, अगर सब कुछ ठीक रहा, तो भारत का चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। चंद्रमा पर उतरने का यह भारत का दूसरा प्रयास है। 2019 में चंद्रयान-2 का विक्रम लैंडर तकनीकी खराबी के कारण चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों ने क्रैश-लैंडिंग से सबक सीखने के बाद चंद्रयान -3 में सिस्टम को संशोधित किया है। लैंडिंग शाम 6:04 बजे (IST) होने की उम्मीद है। ऐसे में भारत के इतिहास के लिए यह एक बहुत ही ऐतिहासिक क्षण है। देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर से लोग Chandrayaan-3 के सफल लॉन्चिंग की प्रार्थना कर रहे है।
यदि चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरता है, तो अमेरिका, चीन और सोवियत संघ के बाद भारत चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा देश होगा। दिलचस्प बात यह है कि रूस ने 20 अगस्त, 2023 को चंद्रमा पर उतरने का प्रयास किया था। हालांकि, उसका लूना-25 अंतरिक्ष यान नियंत्रण से बाहर हो गया और चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।