जय शिव शम्भु! देश ही दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करता केदारनाथ धाम की महिमा अपरम्पार है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में बसा यह मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। भगवान शिव के भक्तों के मन में जीवन में एक बार बाबा केदारनाथ धाम की द
सबसे पवित्र चार धाम यात्रा में केदारनाथ भी एक प्रुमख धाम माना जाता है। केदारनाथ धाम की अद्भुत वास्तुकला की यदि बात करें तो यह मंदिर एक 6 फुट ऊंचे चबूतरे पर निर्मित है। मंदिर का गर्भगृह 80वीं शताब्दी का माना जाता है। मंदिर के बाहर नंदी जी भगवान शिव के वाहन के रूप में विराजमान है। भक्त अपनी सभी मनोकामनाएं मंदिर के बाहर विराजमान नंदी जी के कान में बोलते है और माना जाता है की उन्ही के माध्यम से यह सभी बातें भगवान शिव तक पहुंचती है।
केदारनाथ धाम का यह मंदिर तीनों ओर से पहाड़ों से घिरा हुआ है। कहा जाता है कि निर्माण पांडव वंशज जन्मेजय ने कराया था। लेकिन कुछ स्थानों पर यह भी उल्लेख किया गया है कि आदिगुरू शंकराचार्य जी ने इस मंदिर का निर्माण कराया था। केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए जाने का सर्वोत्तम समय मध्य अप्रैल से जून और सितंबर से अक्टूबर तक का बताया जाता है। इसके साथ ही आप घर बैठे बाबा केदरनाथ के दर्शन लाइव दर्शन के माधयम से कर सकते है।
मंदिर खुलने का समय सुबह 4 बजे से रात 9 बजे तक
निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश (216 किमी)
निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट, देहरादून (239 किमी)
रोड के माध्यम से सोनप्रयाग ( 16 किमी)