नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन का विधान होता है। इन नौ दिनों में अष्टमी और नवमी का खास महत्व होता है। अष्टमी और नवमी के दिन कन्याओं को भोजन कराकर उनका पूजन किया जाता है। ऐसे में यहां दी गई पूजन विधि से कन्या पूजन कर सकते है-
प्रातः काल जल्दी स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
अब प्रसाद के लिए हलवा, खीर, पूरी आदि तैयार करें।
अब कन्याओं को बुलाएं और स्वच्छ जल से उनके पैर धोएं।
कन्याओं के पैर धुलाने के बाद उन्हें साफ आसन पर बैठाएं।
अब मां दुर्गा को भोग चढ़ाएं और फिर कन्याओं को भोजन परोसे।
कन्याओं को भर पेट भोजन कराने के बाद उन्हें प्रसाद वितरित करें।
नौ कन्याओं के साथ एक लड़के को भी भोज कराएं। 9 कन्याओं के साथ एक बालक भैरव बाबा का स्वरूप माना जाता है।
कन्याओं को विदा करते उपहार या रुपयें आदि भेंट करें और पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त करें।