हिन्दू धर्म में बुधवार का दिन गौरी नंदन गणेश को समर्पित होता है। कहा जाता है की इस दिन सच्चे मन से गणपति जी का स्मरण कर, पूजन करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश ज्ञान, बुद्धि एवं विवेक के स्वामि माने जाते है।
गणपति बप्पा सनातन धर्म में सर्वाधिक पूजनीय देवताओं में से एक है। विग्नहर्ता भगवान गणेश का नाम लेने मात्र से व्यक्ति के कार्य में आने वाली सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती है। इसलिए कहा जाता है की किसी भी मांगलिक या शुभ कार्य का प्रारंभ करने से पहले गणपति का नाम एक बार अवश्य लेना चाहिए। कार्य को सही-कुशल पूरा करने से लेकर कार्य में सफलता प्राप्त करने तक, हम गणपति जी से अनेकों प्रार्थना करते है। लेकिन, क्या आप जानते है? आपकी यह प्रार्थनाएं और भी प्रभावशाली सिद्ध हो सकती है, यदि आप सही मंत्रोच्चारण के साथ इन्हें भगवान तक पहुंचाए। मंत्रो के माध्यम गणेश जी को बहुत जल्द प्रसन्न किया जा सकता है। ऐसे में आज हम आपको गणेश जी के इन्हीं कुछ शक्तिशाली मंत्र व उनके अर्थ के बारे में बताने जा रहे है-
अर्थ- हे घुमावदार सूंड और महाविशाल शरीर वाले, आप करोड़ो सूर्यो के समान जगतमान है। हे भगवन, आप सदा मेरे सभी कार्य बिना किसी विघ्न के पूर्ण करें, मुझ पर अपनी कृपा कीजिये।
लाभ- यह गौरीनंदन भगवान गणेश का सबसे लोकप्रिय मंत्र है। इस मंत्र का जाप करने से गणपति जी का स्मरण किया जाता है। सच्चे मन से इस दिव्य मंत्र का उच्चारण करने से लंबोदरआपके जीवन से सभी बाधाओं को दूर कर, धन, बुद्धि, सौभाग्य, एवं सुख-समृद्धि प्रदान करते है।
अर्थ- इस मंत्र का अर्थ है मैं अपने पूरे अस्तित्व के साथ भगवान गणपति को नमन करता हूं और उनके सभी महान गुणों को नमस्कार करता हूं।
लाभ- यह मंत्र गणपति जी का मूल मंत्र है, जिसके उच्चारण से एक नहीं बहुत से चमत्कारी लाभ प्राप्त होते है। गणेश जी के पूजन से पहले इस मंत्र का अवश्य जाप करना चाहिए।
अर्थ- हम एकदंत, हाथी के दांत वाले देव से प्रार्थना करते है, जो की सभी ओर व्यापत है। हम अपने मस्तिष में ज्ञान की ऊर्जा का संचार करने एवं रोशन करने के लिए आपके समक्ष नतमस्तक है।
लाभ- भगवान गणेश को समर्पित यह गणेश गायत्री मंत्र है। कहा जाता है की श्रद्धापूर्वक इस मंत्र का 108 बार जाप करने से गणेश जी अत्याधिक प्रसन्न होते है।
भगवान गणेश को जल्द प्रसन्न करने और मनोकामनाओं को सिद्ध करने हेतु उपरोक्त दिए गए मंत्रों का आप बुधवार के दिन जाप कर सकते है। इसके साथ ही एक और उपाय जो विघ्नहर्ता को प्रसन्न करने में सहायक है, वह गणपति यंत्र है। इस यंत्र के पूजन से आप न सिर्फ गणपति जी विशेष कृपा प्राप्त कर सकते है बल्कि अपने जीवन में चल रही सभी प्रकार की बाधाओं से भी मुक्त हो सकते है।