जय श्री राम! यह नारा अब हर जगह गूंजेगा जब श्री राम लला के भव्य मंदिर में श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठाा होगी। इसके लिए व्यापक तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस मंदिर का उद्घाटन प्रत्येक हिंदू के लिए एक बड़ा उत्सव है।ऐसे में अयोध्या की इस पवित्र भूमि पर श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त और मंदिर के उद्घाटन की तारीख हाल ही में सामने आई है।
साल 2024 में, 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में रामलला की मूर्ति का उद्घाटन किया जाएगा। इसका शुभ समय दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक निर्धारित किया गया है। आपको बता दें, अयोध्या में राम जन्मभूमि को लेकर लंबे समय से बहस चल रही थी. ऐसे में यह तारीख और समय जब रामलला यहां राज करेंगे, वह इतिहास में दर्ज हो जाएगा।
श्री रामलला के मंदिर में अनुष्ठान 22 जनवरी (Ramlala Pran Pratishtha Date) को राम लला के अभिषेक से पांच दिन पहले 17 जनवरी से शुरू होने जा रहे है। राजा राम को समर्पित इस मंदिर में भक्त इस नवनिर्मित मंदिर में हर दिन रामलला के दर्शन का आनंद ले सकते है।
इस संबंध में यह जानना दिलचस्प होगा कि नए मंदिर में रामलला की स्थापना के लिए यही विशेष समय क्यों चुना गया। तो, आइये जानते है-
हिन्दू शास्त्र के अनुसार, मृगशीर्ष नक्षत्र कृषि कार्य, व्यापारिक यात्राओं और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के लिए सर्वोत्तम है। चूंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है, इसलिए इन शुभ मुहूर्त में रामलला के अभिषेक से देश और भारत के विकास को लाभ प्राप्त होगा।
इसके अलावा, इस मुहूर्त के लग्न में कोई बुराई नहीं है और कोई बान भी नहीं मिलती। बान का अर्थ है, शुभ कार्य में आने वाली बाधाएं। धार्मिक शास्त्रों में पांच बान यानी बाधा बताई गई है, जिसमें रोग, अग्नि, राज, चोर और मृत्यु इत्यादि शामिल है। लेकिन आपको बता दें, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मुहूर्त में इस प्रकार की कोई भी बाधा शामिल नही है।
22 जनवरी 2024, दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निर्धारित किया गया है। उस एक घंटे के दौरान श्री रामलला मूर्ती की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। हालंकि मूर्ति प्रतिष्ठा से जुड़े सभी प्रमुख अनुष्ठान 17 जनवरी 2024 से शुरू हो जाएंगे।
राम लला के अभिषेक के लिए चुना गया समय कई मायनों में बेहद खास है। मृगशीर्ष नक्षत्र 22 जनवरी, 2024 को दोपहर से शुरू हो जाएगा और इसे बहुत शुभ माना जाता है। मृगशीर्ष नक्षत्र के कारण यह शुभ अवधि रामलला की पूजा करने का सबसे अच्छा समय माना जा रहा है।
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