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त्यौहार

Magh Gupt Navratri 2024: कब से शुरू होगी माघ गुप्त नवरात्रि 2024? जानें घटस्थापना मुहूर्त व महत्व

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हिंदू धर्म में नवरात्रि को सबसे पवित्र त्योहार माना जाता है। धर्म शास्त्रों में कुल चार नवरात्रों का वर्णन किया गया है। चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा दो और गुप्त नवरात्रि होती है। एक गुप्त नवरात्रि माघ माह में और दूसरी आषाढ़ माह में आती है। आइए जानते हैं, माघ गुप्त नवरात्रि 2024 के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य और जानकारी-

Magh Gupt Navratri 2024: कब से शुरू होगी माघ गुप्त नवरात्रि 2024? जानें घटस्थापना मुहूर्त व महत्व

माघ गुप्त नवरात्रि (Magh Gupt Navratri 2024) नौ दिवसीय हिंदू त्योहार है, जो देवी शक्ति की ऊर्जा को समर्पित है। यह माघ में चंद्रमा के बढ़ते चरण के दौरान प्रतिपदा से नवमी तक होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक, माघ गुप्त नवरात्रि का यह पर्व जनवरी से फरवरी तक मनाया जाता है। यह त्यौहार उत्तर भारत में मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है।

ऐसे में आज के लेख में हम आपको घटस्थापना माघ गुप्त नवरात्रि 2024 (Magh Gupt Navratri 2024 Date) की तिथि, समय, शुभ समय और सनातन धर्म में गुप्त नवरात्रि का धार्मिक महत्व बताएंगे।


Magh Gupt Navratri 2024 Dates: कब से शुरू होगी माघ गुप्त नवरात्रि 2024?

गुप्त नवरात्रि माघ मास के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवमी तक मनाई जाती है। पंचाग के अनुसार इस वर्ष माघ गुप्त नवरात्रि (Magh Gupt Navratri 2024 Date) 10 फरवरी 2024 दिन शनिवार से प्रारंभ होगी। वही रविवार 18 फरवरी, 2024 नवमी के साथ इसका समापन होगा।


Magh Gupt Navratri 2024 Ghatsthapana Muhurat : माघ गुप्त नवरात्रि की घटस्थापना मुहूर्त


माघ गुप्त नवरात्रि प्रांरभ तिथि -

10 फरवरी 2024, सुबह 04: 28 मिनट से

माघ गुप्त नवरात्रि समापन समय -

11 फरवरी 2024, रात्रि 12 : 47 मिनट तक

घटस्थापना शुभ मुहूर्त- शनिवार -

10 फरवरी 2024, 08:45 मिनट से सुबह 10:10 मिनट तक

घटस्थापना शुभ मुहूर्त अवधि -

1 घंटा 25 मिनट


Significance of Magha Gupt Navratri: माघ गुप्त नवरात्रि का महत्व

देवी दुर्गा के नौ रूप हैं: चंद्रहन्ता, कुष्मांडा, स्कंद माता, कात्यायनी,कालरात्रि, महागौरी, शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी और सिद्धिदात्री। माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करती है।

गुप्त नवरात्रि पर विभिन्न नारी अवतारों की पूजा की जाती है। देवी दुर्गा की पूजा करने से भक्तों को बाधाओं को दूर करने और विजयी होने का आशीर्वाद मिलता है। गुप्त नवरात्रि भी साल में दो बार माघ (जनवरी) और आषाढ़ (जून) आती है।

जो लोग साधना और तंत्र में विश्वास रखते हैं वे नवरात्रि के दौरान देवी-देवताओं की पूजा करते है। इन दिनों में पूजा की प्रक्रिया अन्य नवरात्रि के दिनों की तरह ही होती है। चैत्र के दिन नौ देवी रूपों की पूजा की जाती है और शारदीय दिन में दस देवी रूपों की पूजा की जाती है।

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