“या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥” मां दुर्गा को समर्पित इस श्लोक से शायद ही कोई परिचित न हो, जिसका अर्थ है- वह देवी जो सभी प्राणियों में शक्ति के रूप में स्थित है, उन्हें नमस्कार है, बारंबार नमस्कार है। शारदीय नवरात्रि की शुभ शुरुआत हो गई है, ऐसे में मां दुर्गा के श्लोक आदि सभी ओर सुनने को मिलते है।
नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा की जाती है। साथ ही 9 दिन के उपवास भी करते है। महिषासुर जैसे राक्षस का वध करने वाली मां दुर्गा, शौर्य और साहस के अद्भुत सामंजस्य को दर्शाती है। मां दुर्गा का नाम लेने मात्र से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां का विनाश हो जाता है। नवरात्रि के इन 9 दिनों में मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने और उन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्तगण अनेकों उपाय एवं पाठ-पूजन करते है। धर्म शास्त्रों में इन 9 दिनों में देवी आदिशक्ति को समर्पित दुर्गा चालीसा का पाठ बहुत श्रेष्ट्र बताया गया है।
ऐसे में आज के इस ब्लॉग में हम आपको दुर्गा चालीसा पढ़ने के कुछ चमत्कारी फायदों के बारे में बताने जा रहे है, तो आइये जानते है
किसी शुभ अवसर या नवरात्रि के दौरान दुर्गा चालीसा का पाठ करने से जीवन में सकारत्मक ऊर्जा का संचार होता है। मां दुर्गा का नाम लेने से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां का नाश हो जाता है और मन में आने वाले बुरे व नकारात्मक ख्याल भी समाप्त हो जाते है।
ऐसा माना जाता है की दुर्गा चालीसा का नियमित पाठ करने से न केवल सभी प्रकार से कष्टों से मुक्ति मिलती है, बल्कि रोग-दोष आदि भी दूर होते है। देवी मां के नियमित पाठ से बड़े से बड़े रोग से भी जातक को मुक्ति मिल सकती है।
जिस भी घर-परिवार में पुरे श्रद्धाभाव से दुर्गा चालीसा का पाठ किया जाता है, वहां आर्थिक दोष, गृह कलेश जैसे अन्य सभी प्रकार के दुःख कम होने लगते है। मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों के जीवन में आशीर्वाद स्वरुप सुख-समृद्धि और ज्ञान प्रदान करती है।
दुर्गा चालीसा से जुड़ा एक महत्वपूर्ण लाभ यह भी माना जाता है की ,जो लोग प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का पाठ करते हैं, वे अपने खोए हुए मान-सम्मान को पुनः प्राप्त कर सकते है। इसके अलावा दुर्गा चालीसा का पाठ आत्म-निर्भर और शौर्य प्राप्त करने में भी सहायक होता है।
मां दुर्गा स्वयं आदिशक्ति का रूप है। जहां मां दुर्गा का स्मरण किया जाता है, वहां सभी प्रकार के भय आदि समाप्त हो जाते है। इसके साथ ही करने से मन में आने वाली बुरी भावनाएं जैसे काम, क्रोध, ईर्ष्या, द्वेष आदि भी समाप्त हो जाती है और मानसिक विकास में बढ़ोतरी होती है।
इस नवरात्रि यदि आप मां दुर्गा को प्रसन्न करना चाहते है, तो 9 दिनों में विशेष रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करें। इसके साथ ही आप दुर्गा बिसा या बगलामुखी यंत्र का भी पूजन कर सकते है। यह यंत्र आप आसानी से ऑनलाइन माध्यम से भी खरीद सकते है।
Buy Baglamukhi Yantra Online(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है।)