भगवान शिव को समर्पित मासिक शिवरात्रि का यह व्रत बहुत से शुभ फल प्रदान करने वाला माना गया है। कहा जाता है की इस दिन विधि विधान भगवान शिव की पूजा अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से न सिर्फ वे प्रसन्न होते है, बल्कि अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को भी पूर्ण करते है।
शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती समेत उनके समस्त परिवार की विशेष पूजा की जाती है। यहां हम आपको उसी की पूजन विधि के बारे में बताने जा रहे है-
1. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्न्नान करें और मासिक शिवरात्रि व्रत का संकल्प लें।
2. स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद भगवान शिव का मंदिर में जाए और उनके परिवार (पार्वती, गणेश, कार्तिक, नंदी) का पूजा करें।
3. अब शिवलिंग का रुद्राभिषेक करें। यह अभिषेक करने के लिए जल, शुद्ध घी, दूध, शक़्कर, शहद, दही इत्यादि का प्रयोग करें।
4. रुद्राभिषेक के बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा व फल चढ़ाएं। धतूरा भगवान शिव को बहुत अधिक प्रिय होता है।
6. अब भगवान शिव की दीप,धुप व फूल आदि से पूजा करें।
7. भगवान शिव की पूजा करने के बाद भगवान शिव की आरती गाएं और शिव पुराण, श्री रुद्राष्टाकं, शिव स्तुति, शिव चालीसा का पाठ करें।
8. इस दिन दान- दक्षिणा का भी विशेष महत्व बताया जाता है, मासिक शिवरात्रि के दिन दान अवश्य करना चाहिए।