वास्तु शास्त्र का प्रभाव सिर्फ परिवार पर ही नहीं बल्कि व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर भी असर डालता है। यही कारण है कि घर बनवाते वक्त वास्तु का ध्यान रखा जाता है। खासकर, मुख्य द्वार के निर्माण में वास्तु शास्त्र का ध्यान रखना जरूरी है।
कहा जाता है कि प्रवेश द्वार ऊर्जा का मार्ग होता है। यह सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इसलिए, मुख्य द्वार वास्तु के अनुसार बनाना महत्वपूर्ण है। लेकिन कैसे? आइए जानते है-
बता दें कि घर का मुख्य द्वार घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा का मार्ग तय करता है। वास्तु के अनुसार, यदि दरवाजा सही दिशा में हो तो घर में सौभाग्य और सुख का प्रवेश होता है। तो आइए जानते हैं कि घर के मुख्य द्वार पर कौन सी चीजें नहीं लगानी चाहिए।
कई हिन्दू घरों और दुकानों में देवी लक्ष्मी का पोस्टर मुख्य दरवाजे पर लगाया जाता है। हालांकि ऐसा करना बिलकुल भी शुभ नहीं माना जाता। मेन गेट पर स्वास्तिक या ओम का चिह्न ज्यादा उचित होता है। ये शुभ चिह्न घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।
कई लोग सुविधा के लिए मुख्य दरवाजे के पास कूड़ेदान रख देते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र में इसे बेहद अशुभ बताया गया है। माना जाता है कि कूड़ेदान पैसों की बर्बादी और आर्थिक तंगी को आकर्षित करता है। इसमें जमा कचरा नकारात्मक ऊर्जा लाता है। इसके अलावा, कूड़ेदान को उत्तर दिशा में बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। यह दिशा देवी लक्ष्मी का निवास स्थान मानी जाती है।
एक बात का विशेष ध्यान रखें कि मुख्य द्वार के पास जूतों का ढेर न लगने दें। दरवाजे के आसपास बिखरे गंदे जूते पॉजिटिव एनर्जी को प्रवेश करने से रोकते हैं। जूते हमेशा मुख्य द्वार से दूर किसी निश्चित जगह पर रखें। यदि घर का एंट्रेंस साफ-सुथरा और व्यवस्थित हो, तो घर में पॉजिटिविटी बढ़ती है। इस छोटे से उपाय से आप कुछ समय बाद घर के माहौल में बदलाव महसूस करेंगे।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य दरवाजे पर भूलकर भी कैक्टस या कांटेदार पौधे नहीं लगाने चाहिए। कांटे दुख और समस्याओं का प्रतीक माने जाते हैं। ऐसे में यह पौधे घर में कलेश और तनाव बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, चुई मुई और बदबूदार फूल वाले पौधों से भी बचना चाहिए। वास्तु में बताया गया है कि ये भी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।
घर या ऑफिस के मेन गेट के पास गंदगी न रखें। खासकर, कीचड़ या गंदा पानी जमा न होने दें। वास्तु शास्त्र इसे गलत मानता है। पानी से जमा गंदगी से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है। इसी कारण घर में बार-बार झगड़े होते हैं। खासकर, पश्चिम दिशा में पानी जमा होने से आर्थिक तंगी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में सुनिश्चित करें कि मेन गेट के आसपास का क्षेत्र हमेशा साफ-सुथरा रहे।
शास्त्रों में वास्तु दोष को दूर करने के कई उपाय बताएं गए है। ये कुछ विशेष और प्रभावशाली उपाय इस प्रकार है-
• घर का मेन एंट्रेंस द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
• ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में मनी प्लांट या तुलसी जैसे पौधे रखें। ये पौधे घर में पॉजिटिव वाइब्स और समृद्धि लाते हैं।
• आईने को दक्षिण दिशा या एंट्रेंस के पास न लगाएं। इन्हें उत्तर या पूर्व दीवारों पर लगाना चाहिए। इससे घर में पॉजिटिविटी आएगी।
• वास्तु शास्त्र के अनुसार, क्रिस्टल बॉल घर या ऑफिस में रखना बेहद शुभ होता है। यह नेगेटिव एनर्जी को दूर करने में मदद करता है।
इसके अलावा आप घर या ऑफिस में वास्तु दोष निवारण यंत्र स्थापित कर सकते है। यह एक अत्यंत प्रभावशाली यंत्र है। जो घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। आप इसे घर की नींव में भी रख सकते हैं।
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