समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी तो आगे देखो…।
blog inner pages top

ब्लॉग

इस साल महाशिवरात्रि पर बन रहा है पंचग्रही योग | ऐसे करें पूजा

Download PDF

इस साल महाशिवरात्रि 1 मार्च, मंगलवार को मनाई जाएगी। माना जाता है की महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पारवती की शादी हुई थी। आज के दिन रुद्राभिषेक किया जाता है, साथ ही शिव जी को तरह तरह के प्रसाद चढ़ाये जाते हैं। लोग इस दिन शिव जी से प्रार्थना कर अपनी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने का आशीर्वाद लेते हैं।

इस साल महाशिवरात्रि पर बन रहा है पंचग्रही योग | ऐसे करें पूजा

इस साल महाशिवरात्रि बेहद ख़ास है। वह इसलिए क्योंकि इस साल महाशिवरात्रि पे पंचग्रही योग बन रहा है। कहा जाता है की इस दिन यदि महाशिवरात्रि हो तो शिव जी की पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है और आपकी सभी मनोकामनएं पूर्ण होती है।


क्यों है इस साल की महाशिवरात्रि ख़ास?

ज्योतिषीय गणनाओं की मानें तो इस साल महाशिवरात्रि पर धनिष्ठा नक्षत्र में परिध योग बा रहा है। धनुष्ठा के बाद शतभिषा नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा परिध योग और शिव योग भी रहेगा। यह योग शत्रु पे विजय प्राप्त करने में मदद करता है। यही नहीं, इन योग में की गयी पूजा का लाभ कई गुना बढ़ जाता है।

इतना ही नहीं, इस दिन राशि में पंचग्रही योग बन रहा है। इस साल शिवरात्रि के दिन मकर राशि में मंगल, शनि, बुध, शुक्र और चंद्रमा रहेंगे। लग्न में कुंभ राशि में सूर्य और गुरु की युति बनेगी। राहु वृषभ राशि में रहेगा, जबकि केतु दसवें भाव में वृश्चिक राशि में रहेगा। ग्रहों की ऐसी दुर्लभ स्तिथि अभूत ही लाभदायक होती है।


महाशिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त एवं विधि

महाशिवरात्रि की पूजा का समय 1 मार्च सुबह 11:47 से दोपहर 12:34 तक रहेगा। दूसरा मुहूर्त दोपहर 02:07 से 02:53 तक होगा। शाम को तीसरा मुहूर्त होगा जो 05:48 से 06:12 तक रहेगा।

शिवरात्रि के दिन शिव जी का पंचामृत से अभिषेक करना अत्यंत शुभ माना गया है। उन्‍हें चंदन का तिलक लगाएं, बेलपत्र, भांग, धतूरा, गन्ने का रस, तुलसी, जायफल, कमल गट्टे, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र व वस्‍त्र अर्पण करें। केसर खीर का भोग अवश्य लगाएं और साथ ही ओम नमः शिवाय का जाप करें।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

डाउनलोड ऐप

TAGS