हिंदू धर्म में कई प्राकृतिक वस्तुएं पवित्र मानी जाती हैं। गोमती चक्र इन्हीं वस्तुओं में से एक है। इस चमत्कारी गोमती चक्र की बात करें तो यह गुजरात के द्वारका स्थित गोमती नदी में पाए जाते हैं। मान्यता है कि यह चक्र धन को आकर्षित करने की अद्भुत क्षमता रखता है। गोमती चक्र का रूप भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र से मिलता है। वैसे तो विभिन्न पूजन अनुष्ठानों में इसका प्रयोग किया जाता है। लेकिन दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन में गोमती चक्र का प्रयोग अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। तो आइए समझते इसके पीछे की वजह क्या है?
दिवाली का त्योहार रोशनी और खुशहाली का प्रतीक है। इस दिन धन और समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन घर और ऑफिस में देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए न जाने कितने ही उपाय किए जाते हैं। इनमें से एक खास उपाय है गोमती चक्र।
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा में गोमती चक्रों (Gomti Chakra in lakshami Puja) का विशेष महत्व होता है। यह चक्र सुदर्शन चक्र का प्रतीक माने जाते हैं। इनका उपयोग धन, समृद्धि और सौभाग्य को आकर्षित करने के लिए किया जाता है। इस विशेष उपाय में भक्त सबसे पहले गोमती चक्रों को शुद्ध कर उन पर हल्दी और कुमकुम लगाते हैं। फिर इन्हें देवी लक्ष्मी के सामने अर्पित जाता है।
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के समय गोमती चक्र (Gomti Chakra benefits) के निम्नलिखित लाभ होते हैं-
माना जाता है कि दिवाली पूजा के बाद गोमती चक्र को तिजोरी या वॉलेट में रखने से धन आकर्षित होता है। व्यापारी इसे अपनी कैश रजिस्टर्स में भी रखते हैं।
गोमती चक्र का संबंध देवी लक्ष्मी से होता है। ऐसे में दिवाली के दिन इस चक्र को घर में रखने से पूरे साल वित्तीय समृद्धि और सफलता मिलती है।
गोमती चक्र को सौभाग्य का भी प्रतीक माना जाता है। यह न केवल दुर्भाग्य से बचाता है बल्कि जीवन में सौभाग्य को भी आकर्षित करता है। दिवाली के दिन इसे बटुए, कैश बॉक्स या घर के मुख्य द्वार के पास रखना शुभ माना जाता है।
गोमती चक्र को धन, कल्याण और ऐश्वर्य प्रतीक माना जाता है। दिवाली के दौरान घर या बिजनेस स्थल पर इसे रखना, देवी लक्ष्मी की कृपा को आकर्षित करता है। गोमती चक्र को कैश बॉक्स या व्यापार रजिस्टर में रखा जाता है। इससे वित्तीय सफलता बनी रहती है। लक्ष्मी पूजा के समय इसकी उपस्थिति को दिव्य माना जाता है।
गोमती चक्र में कई अद्भुत और दिव्य गुण होते हैं। इसकी ऊर्जा घर को नकारात्मक शक्तियों और बुरे प्रभावों से बचाती है। ऐसे में यह दुर्भाग्य को दूर कर घर में पॉजिटिव एनर्जी बनाएं रखने में मदद करता है। लक्ष्मी पूजा के दौरान (Gomti Chakra in lakshami Puja) घर के प्रवेश द्वार पर गोमती चक्र रखना एक सुरक्षा कवच की तरह कार्य करता है।
गोमती चक्र का स्वरुप सुदर्शन चक्र जैसा है। हिंदू धर्म में यह जीवन के चक्र, गति और प्रगति का प्रतीक है। लक्ष्मी पूजा के दौरान, यह चक्र जीवन में धन और समृद्धि के निरंतर प्रवाह को दर्शाता है। चक्र को कर्म का भी प्रतीक माना जाता है। दिवाली के समय अपने घर में गोमती चक्र रखना आपको दिव्य शक्तियों से जोड़ता है।
गोमती चक्र दिवाली लक्ष्मी पूजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पूजा के दौरान थाली में गोमती चक्र रखकर देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करें। फिर अपनी मनोकामना बोले और इसे देवी लक्ष्मी के समक्ष अर्पित करें। माना जाता है कि गोमती चक्र यह एक माध्यम बनता है। जिससे देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद आसानी से जातक को प्राप्त होता है।
दिवाली पूजा में प्रयोग करने के बाद कई लोग अपने वर्कप्लेस पर गोमती चक्र रखते हैं। माना जाता है कि इसे मेज़ पर रखने से उन्नति और नए अवसर मिलते हैं। इसे साथ रखने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। व्यापारी अक्सर गोमती चक्र को अपने कैश काउंटर या स्टोरेज में रखते हैं। कड़ी मेहनत से सफलता तो मिलती ही है। लेकिन गोमती चक्र विश्वास बढ़ाता है और सकारात्मक सोच बनाए रखने में मदद करता है।
• दिवाली पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा के लिए गोमती चक्र को पूजा स्थल पर रखें।
• समृद्धि और धन की सुरक्षा के लिए इसे अपने कैश बॉक्स या बटुए में रखें।
• नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करने और सौभाग्य लाने के लिए गोमती चक्र को घर के प्रवेश द्वार पर रखें।
• कुछ लोग इसे प्रार्थना पुस्तक, देवताओं की मूर्ति या पूजा स्थल जैसी पवित्र वस्तुओं में भी रखते हैं।
Buy Diwali Special Gomati Chakraगोमती चक्र (Gomti Chakra in Diwali Pujan) दिवाली पूजा में विशेष महत्व रखता है। इसे पूजा स्थल, कैश बॉक्स या घर के प्रवेश द्वार पर रखने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।आप भी इस दिवाली यह प्रभावशाली गोमती चक्र ऑनलाइन खरीद सकते है। बस उपरोक्त दिए बटन पर क्लिक करें और घर बैठे पर आसानी से यह दिव्य गोमती चक्र आर्डर करें।