ज्योतिष शास्त्र में नव ग्रहों को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। कहा जाता है की नव ग्रहों की चाल का व्यक्ति की कुंडली में विशेष प्रभाव पड़ता है, जिसके चलते जीवन में शुभ व अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में कुंडली से ग्रह दोष को दूर करने के लिए रुद्राक्ष अत्याधिक फायदेमंद माना जाता है। आज के इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे की किस दोष के लिए कौन सा रुद्राक्ष सबसे उपयुक्त होगा।
ग्रह दोष के चलते जीवन में आने वाले कष्ट एवं बाधाओं से निवारण के लिए रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। इन दोषों के लिए कुछ विशेष रुद्राक्ष का उल्लेख हैं, जो न केवल जीवन में सकारात्मकता का संचार करते हैं, बल्कि सफलता प्राप्ति में भी सहायक हैं। आइए एक नज़र डालते है विभिन्न दोषों से निवारण के लिए शास्त्रों में कौन से रुद्राक्ष बताएं गए है।
यदि आप भी काल सर्प दोष से लंबे समय से परेशान हैं, तो 8 व 9 मुखी रुद्राक्ष बहुत प्रभावी हैं। यह रुद्राक्ष बुधवार या शनिवार को एक धागे में पिरोकर पहन सकते हैं।
Buy Original 8 Mukhi Rudrakshaज्योतिष शास्त्र में केमद्रुम योग को बहुत अहितकारी माना गया है। कहा जाता है की इस योग से जीवन में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। इस दोष के प्रभाव से बचने के लिए 2 मुखी रुद्राक्ष (Best Rudraksha for Grah Dosh) धारण करना एक बेहतरीन उपाय साबित हो सकता है। इस रुद्राक्ष को सफेद धागे में बांधकर सोमवार के दिन पहनना लाभकारी माना जाता है।
Buy Original 2 Mukhi Rudrakshaशकट योग के प्रभाव को कम करने के लिए, विशेष रूप से 2 मुखी और 10 मुखी रुद्राक्ष का महत्व अत्यधिक माना जाता है। इन रुद्राक्षों को सफेद या पीले धागे में बांधकर पहन सकते है। कहा जाता है इन रुद्राक्ष को सोमवार या गुरुवार को धारण करना बहुत ही कल्याणकारक है।
Buy Original 10 Mukhi Rudrakshaज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल दोष को अशुभ फल देने वाला माना गया है। यह विशेष रूप से शादीशुदा जीवन में अडचनों और परेशानियों का कारण बन सकता है। ऐसे में इस दोष को कम करने के लिए आप खास तौर पर गौरी शंकर रुद्राक्ष, (Rudraksha Upay in hindi) पहन सकते है। यह चमत्कारी रुद्राक्ष विवाह सम्बंधित सभी बाधाओं को दूर करता है, साथ ही पति पत्नी के आपसी मनमुटाव को भी कम करता है।
Buy Original Gauri Shankar Rudrakshaबता दें की ग्रहण योग उस स्थिति में बनता है, जब सूर्य या चन्द्रमा के साथ राहु या केतु का मेल होता है। ऐसे में सूर्य और चंद्रमा से उत्पन्न होने वाले इस दोष से जल्द मुक्ति पाने के लिए ए 1, 8 या 9 मुखी रुद्राक्ष का धारण करना प्रभावी उपाय है। चूंकि रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है, इसीलिए आप इस दिन रुद्राक्ष को लाल धागे में बांधकर पहन सकते है।
Buy Original 1 Mukhi Rudrakshaवही, चंद्रमा के ग्रहण योग को दूर करने के लिए, 2, 8 या 9 मुखी रुद्राक्ष को सफेद धागे में बांधकर सोमवार को पहनना फायदेमंद होता है।
• रुद्राक्ष धारण के लिए महाशिवरात्रि, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष के सोमवार या मासिक शिवरात्रि का दिन सर्वोत्तम है।
• रुद्राक्ष पहनने से पहले गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान करें, फिर पंचामृत से अभिषेक कर शुद्ध जल से साफ़ करें।
• अब सम्पूर्ण विधि-विधान से रुद्राक्ष की पूजा करें और शिवलिंग पर अर्पित करें।
• भगवान शिव से उत्तम फल की प्राप्ति की प्रार्थना करते हुए रुद्राक्ष धारण करें।
शिव भक्तों के रुद्राक्ष बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, ऐसे में यदि आप भी उपरोक्त दिए गए किसी भी दोष से परेशान है तो यह रुद्राक्ष (rudraksha to remove grah dosh) आप धारण कर सकते है। हालांकि इसे पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिष से एक बार अवश्य सलाह लें।