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Tulsi Kanthi Mala ke Upay: नरक की प्रताड़नाओं से बचना चाहते है तो धारण करे ये तुलसी माला |

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कंठीमाला के बारे में ऐसी मान्यता है कि जो इसे धारण करता है उसे नरक की यातनाएं नहीं सहनी पड़तीं। जो लोग तुलसी की माला धारण करते हैं वे स्वर्ग भी जा सकते हैं। इसके अलावा जन्म-मृत्यु के चक्र से भी मुक्ति मिल सकती है।

Tulsi Kanthi Mala ke Upay: नरक की प्रताड़नाओं से बचना चाहते है तो धारण करे ये तुलसी माला |

तुलसी हिंदू धर्म में एक बहुत ही खास पौधा है। यह सिर्फ पूजनीय ही नहीं, बल्कि इसमें कई आयुर्वेदिक गुण भी होते हैं जो कई मौसमी बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं। घर या आँगन में तुलसी का पौधा रखने से सारी बुरी ऊर्जा दूर हो जाती है। तुलसी के पवित्र पौधे के तने से तुलसी की माला बनाई जाती है। इस माला को अक्सर पूजा और ध्यान में इस्तेमाल किया जाता है। माना जाता है कि तुलसी की माला से एकाग्रता, ध्यान और आध्यात्मिक संबंध बेहतर होते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं कि हम तुसली की माला क्यों पहनते हैं? अगर नहीं, तो आज इस ब्लॉग हम इसके बारे में आपको बताएंगे |


क्यों पहनते है तुलसी कंठी माला?(Why Wear Tulsi Kanthi Mala)

तुलसी की माला के बारे में ऐसा माना जाता है कि जो भी इसे पहनता है, उसे नरक की यातना नहीं सहनी पड़ती है। तुलसी की माला (Original Tulsi Kanthi Mala) धारण करने वालों को स्वर्ग में स्थान मिलता है और उन्हें जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि तुलसी की माला पहनकर स्नान करने से सभी तीर्थों का फल मिलता है। इसलिए भगवान कृष्ण के भक्त अक्सर तुलसी कंठी माला पहनते हैं।


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तुलसी कंठी माला पहनने के सरल नियम(Rules of Wearing Tulsi Kanthi Mala)

तुलसी बहुत ही पवित्र होती है, इसलिए जब आप तुलसी की कंठी माला पहनते हैं तो कुछ नियमों का पालन करना ज़रूरी है। यहाँ कुछ सरल नियम दिए गए हैं:

1. पहले पूजा करें: तुलसी की माला पहनने से पहले, इसे भगवान विष्णु की मूर्ति के सामने रखें। फिर इसे गंगाजल और पंचगव्य (दूध, दही, घी, गोबर, गोमूत्र) से स्नान कराकर सूखा लें।

2. मंत्र जाप करें: माला को शुद्ध करते समय और पहनते समय मंत्र का जाप करें। गायत्री मंत्र और सद्योजात मंत्र को आठ बार जाप करना अच्छा होता है। यह भगवान विष्णु के करीब होने और देवी तुलसी के प्रति आभार प्रकट करने में मदद करता है।

3. माला न उतारें: पद्म पुराण में कहा गया है कि एक बार जब आप तुलसी की माला पहन लेते हैं, तो इसे कभी न उतारें। विशेष रूप से पूजा और आराधना के समय इसे ज़रूर पहनें।

4. सात्विक भोजन करें: तुलसी कंठी माला पहनने वालों को सिर्फ सात्विक भोजन करना चाहिए। इसका मतलब है कि आपको प्याज, लहसुन, शराब, चाय, कॉफी, अंडे, मांस और मछली से दूर रहना चाहिए।

5. माला को कंगन न बनाएं: तुलसी की माला को कभी भी कंगन के रूप में न पहनें। अगर माला टूट जाए तो नई माला खरीदें और किसी और की माला पहनने से बचें।

इन सरल नियमों का पालन करके आप तुलसी कंठी माला (black tulsi kanthi mala) को सही तरीके से पहन सकते हैं और इसके लाभ प्राप्त कर सकते हैं।


तुलसी कंठी माला पहनने के फायदे(Benefits of Tulsi Kanthi Mala)

• तुलसी की माला पहनने से आपको मानसिक और भावनात्मक शांति मिलती है। यह आपकी ज़िंदगी में सम्मान, भव्यता और आत्म-सम्मान की भावना को भी बढ़ाती है।

• अगर आपके विचार हमेशा दौड़ते रहते हैं या किसी काम पर ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है, तो तुलसी की माला आपके लिए मानसिक शांति ला सकती है।

• तुलसी की माला (Tulsi Kanthi Mala online) पहनने से बृहस्पति और बुध ग्रह के लाभकारी प्रभाव बढ़ जाते हैं। ये ग्रह शांत, नियंत्रित और तीव्र हो जाते हैं।

• तुलसी माला आपको काले जादू, बुरे सपने, बुरी नजर और चिंताओं से भी सुरक्षा प्रदान करती है।

• इस सरल भाषा में, तुलसी की माला आपके जीवन में शांति, सम्मान, और सुरक्षा लाती है।

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(यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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