पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता को 'सिटी ऑफ जॉय' के नाम से भी जाना जाता है। हर साल दुर्गा पूजा के दौरान, भव्य समारोहों के साथ यह शहर और भी जीवंत हो उठता है। नवरात्रि के समय यहां के बाज़ारों अलग ही रौनक होती है। सड़कों पर देश-विदेश से आए टूरिस्ट की चहल पहल देखने को मिलती हैं। हालांकि इन सभी के बीच नवरात्रि के दुर्गा पूजा का सबसे आकर्षक पहलू है - भव्य और शानदार पंडाल। ट्रेडिशनल थीम से लेकर मॉडर्न डेकॉर तक, सभी पांडाल मनमोहक और आकर्षक नजर आते है। अगर आप भी दुर्गा पूजा 2025 के दौरान कोलकाता जाने का प्लान कर रहे हैं, तो इन 10 फेमस दुर्गा पंडाल आपको जरूर देखना चाहिए।
10 फेमस दुर्गा पंडाल (10 Famous Durga Pandals) के बारे में विस्तारपूर्वक जानने से पहले आइए पहले दुर्गा पूजा के बारे में थोड़ा समझते है-
दुर्गा पूजा नवरात्रि के दौरान मनाए जाने वाले सबसे बड़े और भव्य आयोजनों में से एक है। वैसे तो दुर्गा पूजा दुनियाभर में मनाई जाती है, लेकिन कोलकाता की बात ही अलग है। यह पर्व पूरे दस दिनों तक चलता है। इन दिनों में शहर भर में भव्य पंडाल बनते हैं, जिनमें देवी दुर्गा की सुंदर और विशाल मूर्तियों विराजमान की जाती है। पर्व का अंतिम दिन ‘विजयादशमी’ कहलाता है। विजयादशमी के दिन इन भव्य मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है।
कोलकाता में दुर्गा पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है। यह एक दिव्य अनुभव है, जिसे महसूस किया जाता है। हर साल नवरात्रि के पावन नौ दिनों में शहर एक नए रंग में ढल जाता है। यह वक्त होता है जब कोलकाता सच में 'सिटी ऑफ जॉय' बन जाता है।
कुम्हारटोली सिर्फ मिट्टी की मूर्तियां बनाने के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है। सालों से यह एरिया दुर्गा पूजा की सुंदरता और कला का महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। यहां हर साल पंडाल की थीम बदली जाती है। लेकिन एक बात हमेशा एक जैसी रहती है- वो है यहां की अद्भुत कारीगरी। यहां पंडाल बड़े ही ध्यान से सजाए जाते हैं। मां दुर्गा की दिव्य मूर्तियों पर किया गया बारीक काम देखने लायक होता है।
यहां पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन 'सोवाबाजार' (Shovabazar) है।
इस लिस्ट में अगला नाम श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब का है। यह कोलकाता से लगभग 40 किलोमीटर दूर, हुगली जिले के चंदननगर में स्थित है। यह पंडाल मंदिरों, महलों या फिर गांव की थीम पर डिज़ाइन किया जाता है। हर साल लाखों भक्त इस विशेष पांडाल के दर्शन के लिए आते हैं। 2025 थीम को लेकर काफी चर्चाएं कि जा रही हैं। श्रीभूमि पांडाल के पीछे की रचनात्मक सोच भी काबिले तारीफ है।
यहां पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन ‘सिटी सेंटर’ (Citycentre) है।
सुरुचि संघ का पंडाल अपनी अनोखी थीम के लिए जाना जाता है। हर साल भारत के किसी एक राज्य की संस्कृति को इस पांडाल में दर्शाया जाता है। माना जाता है कि यह पंडाल 50 साल से भी ज़्यादा पुराना है। साल 2003 में इस भव्य पांडाल को अपने आकर्षक डेकॉर के लिए 'बेस्ट डेकोरेशन' का अवार्ड भी दिया है। ऐसे में कोलकाता के न्यू अलीपुर क्षेत्र में स्थित सुरुचि संघ का दुर्गा पूजा उत्सव आपको बिल्कुल मिस नहीं करना चाहिए।
यहां पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन ‘रवींद्र सरोबर’ (Rabindra Sarovar Metro) है।
कॉलेज स्क्वायर कोलकाता के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित दुर्गा पूजा समारोहों में से एक है। यह पंडाल अपनी रंग-बिरंगी रोशनी और देवी दुर्गा की सुंदर मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यह पंडाल शहर के मध्य में स्थित है और एक विशाल जलाशय से घिरा हुआ है। ऐसे में नवरात्रि के समय इस पांडाल की ख़ूबसूरती और भी बढ़ जाती है। इस पांडाल की एक खास बात यह भी है यहां की थीम हर साल बदलती है। ऐसे में श्रद्धालओं को कुछ नया एक्सपीरियंस करने को मिलता है।
यहां पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन 'मेडिकल कॉलेज' (Central Metro) है।
हाजीनगर का यह पंडाल उत्तर कोलकाता में स्थित है। यह पूजा पंडाल अपनी इनोवेटिव, ब्यूटीफुल और थीम के लिए जाना जाता है। हाजीनगर का पंडाल उत्तर कोलकाता में स्थित है। एक और खास बात जो पांडाल की ओर आकर्षित करती है वह इसकी सजावट है। जो अक्सर सोशल इश्यूज पर बेस्ड होते है। इसके अलावा पांडाल में मां दुर्गा की मूर्तियों की बनावट काफी आधुनिक होती है। यह पंडाल उन लोगों के लिए खास है जिन्हें फोटोग्राफी का शौक है। आप यहां दुर्गा पूजा के ब्यूटीफुल मोमेंट्स कैप्चर कर सकते है।
यहां पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन 'बरानगर मेट्रो' (Baranagar Metro) है।
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मोहम्मद अली पार्क की दुर्गा पूजा कोलकाता की सबसे लोकप्रिय दुर्गा पूजा में से एक मानी जाती है। यहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते है। इस पंडाल में वर्ल्ड के फेमस मॉन्यूमेंट्स की झलक देखने को मिलती है। भव्य सजावट और देवी दुर्गा की क्रिएटिव मूर्तियां इसे और भी खास बनाती हैं। युवा संघ द्वारा 1969 से यह भव्य पांडाल लगाया जा रहा है। इस पांडाल में आपको खूबसूरत मिरर वर्क भी देखने को मिलेगा।
मोहम्मद अली पार्क आने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन 'महात्मा गांधी रोड' (MG Road Metro) है।
मोहम्मद अली पार्क के पांडाल के साथ ही एकडालिया एवरग्रीन क्लब भी कोलकाता के प्राचीन दुर्गा पांडालों में से एक है। इसकी शरूआत 1943 में शुरू हुई थी। इस पांडाल की सबसे खास बात यह है कि यहां शहर की सबसे ऊंची दुर्गा प्रतिमा देखने को मिलती है।
एकडालिया एवरग्रीन क्लब पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन 'कालीघाट मेट्रो' (Kali ghat Metro) है।
जोधपुर पार्क दुर्गा पूजा अपनी सुंदर थीम और बारीक सजावट के लिए मशहूर है। यह पंडाल हर साल कुछ अलग और अनोखा दिखाता है। यहां लाइटिंग और थीम का खास ध्यान रखा जाता है। पंडाल के चारों तरफ हरियाली होने से यह जगह और भी शांत और खूबसूरत दिखाई देती है। यह पांडाल उन लोगों के लिए है, जो देवी मां के दर्शन के साथ ही शांति का भी अनुभव करना चाहते है।
जोधपुर पार्क के पांडाल में पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन 'जतिन दास पार्क' (Jatin Das Park Metro) है।
बागबाजार दुर्गा पांडाल का इतिहास लगभग 100 साल पुराना बताया जाता है। इसकी शुरुआत साल 1919 में नेबूबगान बरोयारी दुर्गा पूजा के नाम से हुई थी।यह कोलकाता का पहला ऐसा दुर्गा पांडाल है, जिसका आयोजन किसी व्यक्ति ने नहीं बल्कि पूरे समुदाय ने मिलकर किया था। यह कोलकाता की सबसे दुर्गा पांडालों में गिना जाता है। यह पंडाल बागबाजार घाट के पास, उत्तर कोलकाता में स्थित है। हर साल सिर्फ कोलकाता ही नहीं बल्कि देशभर से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिलती है।
यहां पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन 'शोभा बाज़ार-सुतानुटी' (Sovabazar Sutanuti) है।
टॉप 10 दुर्गा पांडाल (top 10 durga pandal) की इस सूची में चेतला अग्रणी क्लब दसवें स्थान पर है। यह स्थान खासतौर पर अपने भव्य पंडाल और यूनिक थीम के लिए जाना जाता है। यह थीम गंगा प्रदूषण जैसे सामाजिक मुद्दों को संबोधित करती है। माना जा रहा है कि 2025 की थीम 'ओमृतु कुंभिर शंधानी' पर बेस्ड है। जिसका मतलब 'अमृत कुंभ' की खोज है।
चेतला अग्रणी क्लब पहुचंने के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन 'काली घाट' (Kalighat Metro) है।