गोमती चक्र को शास्त्रों में बहुत ही शुभ और आध्यात्मिक पत्थर माना गया है। इसे भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र का सूक्ष्म स्वरूप भी कहा जाता है। यह पवित्र पत्थर प्राकृतिक रूप से गोमती नदी में पाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में गोमती चक्र होता है उस घर में सुख-समृद्धि आती है और देवी लक्ष्मी का निवास होता है। यह आपके जीवन की लगभग सभी समस्याओं को दूर कर खुशियों के दरवाजे खोल देता है।
रोशनी का त्यौहार दिवाली एक बहुत ही शुभ दिन माना जाता है जब लोग धन व सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। इस शुभ अवसर पर प्रथम पूज्य भगवान गणेश, देवी महालक्ष्मी और मां सरस्वती के पूजन के लिए कई विशेष वस्तुएं घर में लाई जाती हैं। ऐसी ही एक अद्भुत पूजन वस्तु है- गोमती चक्र (gomati chakra original)। ऐसा माना जाता है कि श्री लक्ष्मी की पूजा करते समय गोमती चक्र (gomti chakra ke fayde) का उपयोग न केवल व्यक्तिगत बल्कि व्यावसायिक भाग्य और समृद्धि को भी आकर्षित करता है।
गोमती चक्र धन और समृद्धि को आकर्षित करने में बहुत प्रभावी है। गोमती चक्र (significance of gomti chakra in laxmi puja) को घर या व्यापार स्थल की तिजोरी, अलमारी या पैसे रखने के स्थान पर रखा जाता है, जिससे आर्थिक उन्नति होती है। शास्त्रों के अनुसार गोमती चक्र में देवी लक्ष्मी का वास होता है, जिससे घर में रखने से महालक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है। इसके अलावा, यह प्रभावशाली चक्र वित्तीय बाधाओं को दूर करने में भी मदद करता है। दिवाली के दौरान इसे पूजा स्थान पर रखने से समृद्धि आती है और घर में आर्थिक स्थिरता बनी रहती हैं।
दिवाली पूजन के साथ ही अगर आप सिद्ध गोमती चक्र से जुड़े उपायों (gomti chakra ke upay) और उनके लाभ (gomti chakra benefits) के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए है।
1. मकान की नींव में गोमती चक्र
जब आप नया मकान बना रहे हों, तो 11 सिद्ध गोमती चक्र दक्षिण-पूर्व दिशा में नींव में दबा दें। इससे वास्तु दोष दूर होते हैं और घर के सभी लोगों को लंबी आयु और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
2. बीमार व्यक्ति के लिए उपाय
अगर घर का कोई सदस्य लगातार बीमार है, तो उसके सिर से 21 सिद्ध अभिमंत्रित गोमती चक्र घुमाएं और उसे बीमार व्यक्ति के पलंग में बांध दें। इससे वह जल्दी स्वस्थ हो जाएगा।
3. नौकरी या व्यापार में सफलता
जब आप पैसे कमाने के लिए घर से निकलें या जब आपको कोई बड़ा काम करना हो तो 11 गोमती चक्रों को अपनी जेब में रखें। यह काम करेगा और आपको मनचाहा लाभ देगा।
4. धन और व्यवसाय के लिए उपाय
7 सिद्ध गोमती चक्र लाल कपड़े में लपेटकर लॉकर या कैश बॉक्स में रखें। इससे कभी धन की कमी नहीं होगी और व्यवसाय में खूब लाभ होगा।
5. आत्मविश्वास और निर्णय शक्ति बढ़ाने के लिए
सिद्ध गोमती चक्र से मन का डर दूर होता है और निर्णय शक्ति मजबूत होती है। यदि किसी व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी हो, तो उसे गोमती चक्र की माला पहना दें। इससे बहुत लाभ होगा।
6. घर में सुख-समृद्धि के लिए
सिद्ध गोमती चक्र को घर में रखने से न सिर्फ समृद्धि आती है बल्कि अच्छा स्वास्थ्य भी मिलता है। इस पवित्र पत्थर को सौभाग्य और समृद्धि का वरदान माना जाता है।
7. दांपत्य जीवन में सुख के लिए
यदि आपके दांपत्य जीवन में कलह या मनमुटाव रहता है तो 11 गोमती चक्रों को सफेद कपड़े में बांधकर घर की दक्षिण दिशा में फेंक दें, इससे आपके दांपत्य जीवन में सुख और शांति आएगी।
8. बच्चों के पढ़ाई के स्थान पर
गोमती चक्र को बच्चों के पढ़ाई के स्थान पर रखने से उनकी एकाग्रता बढ़ती है और पढ़ाई में रुचि बढ़ती है। इससे बच्चों की बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
9. पूजा स्थल में
गोमती चक्र को घर के पूजा स्थल में रखना सबसे अच्छा तरीका है। इसे भगवान की मूर्ति या फोटो के पास रखें और नियमित रूप से इसकी पूजा करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और वास्तु दोष दूर होते हैं।
इन सरल उपायों से आप सिद्ध गोमती चक्र (Easy remedies for Siddha Gomti Chakra) का पूरा लाभ उठा सकते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं।
गोमती चक्र को सक्रिय करने से इसकी शक्तियां जागृत होती हैं और यह अधिक प्रभावी हो जाता है। यहां कुछ सरल (Measures to activate Gomati Chakra)और प्रभावी तरीके दिए गए हैं जिनसे आप गोमती चक्र को सक्रिय कर सकते हैं:
1. गोमती चक्र की शुद्धि
गोमती चक्र को सक्रिय करने से पहले उसकी शुद्धि करना आवश्यक है। इसे साफ पानी या गंगाजल में धोएं और पवित्र करें। आप इसे दूध और गंगाजल के मिश्रण में भी धो सकते हैं।
2. मंत्रोच्चारण
गोमती चक्र को सक्रिय करने के लिए मंत्रों का जाप बहुत प्रभावी होता है। इसे अपने हाथ में लेकर निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं ममालाय नमः (ॐ Hrim Klim Shrim Malaay Namah)
ॐ रत्नाय नमः (ॐ Ratnaay Namah)
इन मंत्रों का 108 बार जाप करें। मंत्रोच्चारण के बाद गोमती चक्र को पूजा स्थल में रखें।
3. धूप और दीपक दिखाना
गोमती चक्र को शुद्ध करने के बाद उसे धूप और दीपक दिखाएं। धूप और दीपक की रोशनी और धुएं से गोमती चक्र की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वह सक्रिय हो जाता है।
4. चावल के दानों में रखना
गोमती चक्र को चावल के दानों में रात भर के लिए रखें। चावल नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित कर लेते हैं और गोमती चक्र को शुद्ध और सक्रिय करते हैं। अगले दिन इसे निकालकर साफ पानी से धो लें।
5. प्राकृतिक रोशनी में रखना
गोमती चक्र को सूर्य की रोशनी या चंद्रमा की शीतल रोशनी में रखें। सूर्योदय की किरणों में या पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की रोशनी में रखने से गोमती चक्र की ऊर्जा सक्रिय हो जाती है।
6. प्रार्थना और आशीर्वाद
गोमती चक्र को सक्रिय करने के बाद उसे भगवान के समक्ष रखकर प्रार्थना करें और आशीर्वाद मांगें। भगवान की कृपा से गोमती चक्र की शक्ति और प्रभाव बढ़ जाता है।
(यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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