मार्गशीर्ष मास भगवान श्री कृष्ण का प्रिय महीना होता है। माना जाता है कि इस महीने में उनकी पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। अपने भक्तों से प्रसन्न होकर भगवान कृष्ण, उनकी सभी समस्याओं को दूर करते है। उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। यह साल की आखिरी पूर्णिमा होती है। इसलिए इस दिन पूजा और व्रत का महत्व और ज्यादा होता है।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा (margashirsha purnima) के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में खुशहाली और धन-समृद्धि आ सकती है। तो आइए जानते हैं आखिर कौनसे है ये विशेष उयाय-
हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा इस साल 04 दिसंबर 2025 (margashirsha purnima 2025 tithi) को पड़ रही है। यह तिथि 04 दिसंबर को सुबह 08:37 बजे शुरू होगी। वही पूर्णिमा तिथि का समापन अगले दिन, यानी 05 दिसंबर को सुबह 04:43 बजे होगा। भगवान कृष्ण के पूजन के साथ ही यह दिन स्नान-दान के लिए भी शुभ माना जाता है।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन सुबह हल्दी और पानी का पेस्ट बनाएं। इसे घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक और ओम बनाकर लगाएं। ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता। यह एक बेहद सरल उपाय है। जिससे घर या ऑफिस का वातावरण शुद्ध और पॉजिटिव बनाता है।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा का दिन दान करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन भोजन, वस्त्र, गुड़, चावल, कंबल या जो भी संभव हो, दान करें। इस दिन विशेषतौर पर ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन कराना फलदायक है। यह उपाय पितरों को प्रसन्न करने में भी मदद करता है।
मार्गशीर्ष माह में तुलसी पूजा को विशेष महत्व दिया जाता है। इस दिन आप तुलसी के पौधे में घी का दीपक जलाएं। यह उपाय घर में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और वातावरण को शुद्ध करता है। यह विशेष उपाय परिवार में समृद्धि और सुख-शांति लाता है। पूर्णिमा के साथ आप नियमित, संध्या समय में भी यह उपाय कर सकते हैं।
पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा अत्यंत पुण्यदायक होती है। इस दिन, चंद्र को अर्ध्य देते हुए ‘ॐ ऐं क्लीं सोमाय नमः’ मंत्र का जाप करें। चंद्रमा को अर्पित किए जाने वाले जल में चीनी, चावल और कच्चा दूध मिलाकर उसे चंद्रदेव को अर्पित करें। यह उपाय न सिर्फ आपके मनोकामनाओं को पूरा करने में मदद करता है। बल्कि मानसिक तनाव को भी दूर करती है।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अत्यंत शुभ मानी जाती है। सुबह के समय स्नान करके पीले वस्त्र पहनें। इसके बाद, लक्ष्मी-नारायण की प्रतिमा पर फूल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें। इस दौरान 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें।
देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु के पूजन से घर में चल रही आर्थिक तंगी दूर होती है। घर में सदा सुख-समृद्धि का वास होता है।
मार्गशीर्ष मास भगवान श्री कृष्ण का प्रिय महीना है। जिसमें उनकी पूजा से विशेष लाभ मिलता है। इस तिथि को साल की आखिरी पूर्णिमा (Margashirsha Purnima 2025) भी कहा जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय जैसे दान, तुलसी पूजा, चंद्र मंत्र जाप और भगवान विष्णु-लक्ष्मी पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
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