वास्तुशास्त्र का हमारे जीवन में अहम स्थान है। घर या भवन निर्माण में हुई भूल-चूक से बचने के लिए वास्तुशास्त्र में दिए गए उपाय बेहद प्रभावशाली माने जाते हैं। देखा जाए तो घर के वास्तु की शुरुआत मुख्य गेट या दरवाजे से होती है। जिसे घर की खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी चीज़ें हैं, जिन्हें मुख्य गेट पर नहीं रखना चाहिए। वरना माता लक्ष्मी की जगह दरिद्रता का आगमन हो सकता है।
घर के मुख्य दरवाजे से ही घर में खुशहाली, सकारात्मकता और समृद्धि का प्रवेश होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर के प्रवेश स्थान पर कुछ अशुभ वस्तुएं रखी जाएं, तो इसके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं। तनाव, गृह कलेश और आर्थिक कठिनाई इसी के कुछ उदाहरण हैं।
तो आइये जानते हैं वह कौन सी चीजें हैं, जिन्हें गलती से भी मुख्य गेट पर नहीं रखना चाहिए।
शास्त्रों में झाड़ू को लक्ष्मी जी का प्रतीक माना गया है। ऐसे में गेट पर झाड़ू रखने या पैर लगाने से उसका अनादर होता है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि झाड़ू को हमेशा छिपाकर या रखना चाहिए। इसके अलावा घर के कोने में झाड़ू रखने से भी घर में बरकत नहीं होती।
माना जाता है कि जहां गंदगी होती है, वहां कभी भी माता लक्ष्मी का वास नहीं होता। इसके साथ ही, वास्तु शास्त्र में भी बताया गया है कि घर के मुख्य दरवाजे के पास कूड़ा-कचरा रखने से नकारात्मक शक्तियों का आगमन होता है।
घर या ऑफिस में मनी प्लांट लगाने के कई फायदे होते हैं। हालांकि, मुख्य दरवाजे के पास मनी प्लांट लगाना अशुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मेन गेट पर मनी प्लांट लगाने से धन की ऊर्जा बाहर चली जाती है। इससे व्यक्ति को कर्ज और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आपके मुख्य दरवाजे के पास बिजली के तार लटक रहे हैं या कोई बिजली का खंभा है, तो इसे हटा देना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इसे शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा उल्लेख है कि इसका परिवार कि महिलाओं और बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
घर में अव्यवस्थित जूते-चप्पल रखने से हमेशा नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इसके अलावा, यह आपकी सोच पर भी बुरा असर डाल सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह मां लक्ष्मी को नाराज कर सकता है। साथ ही,जूते-चप्पल से निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा से आपको हेल्थ रिलेटेड इश्यूज हो सकते है।
जलभराव कई बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए मुख्य द्वार के सामने कभी भी कीचड़ या जलभराव नहीं होना चाहिए। यह वास्तु दोष भी बढ़ाता है। इसका प्रभाव सबसे पहले परिवार की सेहत पर पड़ता है।
मेन गेट के सामने सीढियां होना भी वास्तु शास्त्र में अशुभ बताया गया है। ऐसी मान्यता बताई जाती है घर के सामने सीढ़ियां होने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही, घर में कभी भी धन नहीं रुकता और आर्थिक तंगी बनी रहती है।
मुख्य द्वार पर कभी भी सूखे और मुरझाए हुए फूल या पौधे नहीं रखने चाहिए। ऐसा कहा जाता कि सूखे हुए फूल नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होते हैं। इसके परिणामस्वरूप गृह क्लेश, धन-संपत्ति की कमी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
यदि आप भी किसी प्रकार के वास्तु दोष से परेशान है, तो उसे दूर करने के कुछ सरल और प्रभावशाली उपाय इस प्रकार है-
• घर के पूर्व कोने में एक लकी बैम्बू प्लांट रखें। यह अच्छे स्वास्थ्य और धन को आकर्षित करता है।
• घर में सुख-समृद्धि को आकर्षित करने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा में एक छोटा सा पानी का फव्वारा या एक्वेरियम रखें।
• वास्तु दोष को दूर करने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा में वास्तु पिरामिड का उपयोग करें। धर्मसार की वेबसाइट पर यह यंत्र उपलब्ध है।
• घर और ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बनाए रखने के लिए प्रवेश द्वार और कमरों को साफ-सुथरा रखें।
• अगर आप घर में नकारात्मक ऊर्जा महसूस कर रहे हैं। इसे दूर करने के लिए सुनिश्चित करें कि घर में खासकर शाम के समय अच्छी रोशनी हो।
• वास्तु दोष को दूर करने के लिए वास्तु दोष निवारण यंत्र (vastu dosh nivaran yantra) एक शक्तिशाली साधन है। यह यंत्र नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। साथ ही, घर या ऑफिस में सही दिशा में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। खासकर जहां गलत इंटीरियर या दिशा संबंधी दोष होते हैं।
Buy Vastu Dosh Nivaran Yantraवास्तु दोषों को दूर करने के लिए यह कुछ आसान लेकिन प्रभावशाली उपाय (vastu dosh remedies in hindi) हैं। इन उपायों का पालन करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अगर आप भी घर या ऑफिस में लगातार नेगेटिविटी महसूस कर रहे है, तो किसी वास्तु एक्सपर्ट्स की सलाह ज़रूर लें। वे आपको वास्तु दोषों के बारे में सही जानकारी देंगे।