हिंदू धर्म में कई आसान लेकिन प्रभावशाली अनुष्ठान बताएं गए हैं। यह अनुष्ठान जीवन में सकारात्मकता लाने और नकारात्मकता को दूर करने में बहुत फायदेमंद हैं। ऐसा ही एक अनुष्ठान है पवित्र पौधों और पेड़ों पर कलावा बांधना। हिंदू धर्म में कुछ पेड़ और पौधों को अत्यधिक पवित्र माना जाता है। इनसे जुड़ी मान्यताएं भी बेहद प्रचलित हैं। कहा जाता है कि इनमें देवताओं का वास होता है।
तो आइए जानते हैं, वह कौनसे पेड़-पौधे हैं, जिन्हें धार्मिक दृष्टि से पवित्र माना जाता है।
पेड़-पौधे हिंदू धर्म का अहम हिस्सा हैं। शास्त्रों में उल्लेख है कि कई पेड़ है, जिसमें देवताओं का वास माना जाता है। इन पेड़-पौधों के पत्ते और फल भी पूजा में उपयोग होते हैं, जैसे तुलसी के पत्ते, आम के पत्ते, शमी के पत्ते और केले के पत्ते। इसके अलावा, पूजन के दौरान भी पेड़-पौधों के चारों ओर कलावा बांधते हुए भी देखा जाता है। दरअसल इसके पीछे कुछ विशेष धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हुई है।
ज्योतिष शास्त्र में 5 विशेष पेड़-पौधों (Tie Kalawa to These 5 Sacred Plants for Wealth) का उल्लेख हैं, जिनमें कलावा बांधने से न केवल मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है बल्कि ग्रह संबंधी दोषों से भी छुटकारा मिलता हैं।
हिंदू धर्म में वट वृक्ष या बरगद के पेड़ का बहुत महत्व है। शास्त्रों में इस पेड़ को अत्यधिक पूजनीय माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, विवाहित महिलाएं कुछ खास व्रत और त्यौहारों पर बरगद के पेड़ पर कलावा बांधती हैं। वे इस दौरान अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। ऐसा माना जाता है कि बरगद के पेड़ में कलावा बांधने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
शमी पत्र को भोलेनाथ का प्रिय माना जाता है। इसके साथ ही, शमी के पेड़ की पूजा करने से शनि के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, मंगलवार एवं शनिवार के दिन शमी के पेड़ पर कलावा बांधने से शनिदेव प्रसन्न होते है। इतना ही नहीं, राहु-केतु के बुरे प्रभाव भी कम होते हैं। साथ ही, शिव शंकर की कृपा भी मिलती है।
बरगद और शमी के पेड़ के साथ ही केले के पेड़ का भी हिन्दू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि केले के पेड़ में स्वयं भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी निवास करते है। इसके साथ ही, प्रत्येक गुरुवार केले के पेड़ की पूजा करने से कुंडली में बृहस्पति ग्रह के शुभ प्रभाव देखने को मिलते है।
यदि कलावा गुरुवार को बांधा जाए, तो बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
कहा जाता है भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए खास तौर पर तुलसी की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को अत्यंत पवित्र माना जाता है। प्रतिदिन तुलसी के पौधे में जल अर्पित करने से आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। तुलसी मैया देवी लक्ष्मी का ही एक स्वरुप है, ऐसे में तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाकर उसमें कलावा बांधने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इससे घर में विपत्ति नहीं आती और देवी महालक्ष्मी का वास बना रहता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पीपल के पेड़ में देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसा माना जाता है कि पीपल के पास नियमित दीया जलाने से जीवन की में चल रही दुख और बाधाएं दूर होती हैं। विशेष रूप से शनिवार के दिन इस पेड़ की पूजा करना शुभ माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि कि साढ़ेसाती चल रही हो, तो हर शनिवार को पीपल के पेड़ में कलावा बांधना चाहिए।
पीपल पर कलावा बांधने का एक लाभ यह भी है इससे आसपास की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। यह पवित्र वृक्ष वातावरण में शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते है।
इन 5 पवित्र पेड़-पौधों (Tie Kalawa to These 5 Sacred Plants for Wealth) पर कलावा बांधना बहुत फायदेमंद होता है। इससे घर में खुशहाली आती है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। मां लक्ष्मी की कृपा बनाए रखने और सुख-समृद्धि को आकर्षित करने का यह एक आसान और प्रभावशाली तरीका है।