अयोध्या भारत के पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है, जो भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है। यह जगह भगवान श्री राम के जन्मस्थल के रूप में प्रसिद्ध है और भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा मानी जाती है। सालों से ही अयोध्या अपनी विरासत, शांतिपूर्ण घाट और भव्य मंदिरों के कारण देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
यदि आप भी अयोध्या की पावन नगरी घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो कई अद्भुत स्थल हैं जो आपके यात्रा अनुभव को और खास बना सकते हैं। आज के इस ब्लॉग में हम आपको अयोध्या के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आपको अपनी लिस्ट में जरूर ऐड करना चाहिए, तो आइए जानते है-
अयोध्या में स्थित राम जन्मभूमि मंदिर वह पवित्र स्थान है, जहां भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। ऐसे में लाखों की संख्या में दर्शनार्थी राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन के लिए पहुंचते है। इस राम जन्मभूमि में विराजमान प्रभु श्री राम की अलौकिक मूर्ति के दर्शन मात्र से, श्रद्धालुओं का दिल एक अलग ही सुकून से भर जाता है।
इस सूची में दूसरे नंबर पर है, राम भक्त हनुमान को समर्पित हनुमान गढ़ी! अयोध्या में हनुमान गढ़ी एक पहाड़ी पर स्थित है, जहां संकटमोचन का मंदिर है। इस पहाड़ी से अयोध्या शहर का बेहद खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। मंदिर में माता अंजनी की गोद में बैठे छोटे हनुमान की मूर्ति भी है। इस मंदिर में दर्शन के लिए यात्रियों को लगभग 76 सीढ़ियाँ चढ़कर पहुंचना पड़ता हैं।
अयोध्या में कनक भवन मंदिर एक सुंदर और धार्मिक स्थल है, जहां भगवान राम और माता सीता की अद्भुत मूर्तियां विराजमान हैं। ऐसा कहा जाता है कि रानी कैकेयी ने यह मंदिर माता सीता को मुंह दिखाई के रूप में भेंट किया था थी। हनुमान गढ़ी और राम जन्मभूमि मंदिर के साथ ही यह अयोध्या के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में शामिल है।
राम की पैड़ी, सरयू नदी के किनारे स्थित एक प्रमुख घाट है। यहां भक्त दूर-दूर से पवित्र स्नान के लिए आते हैं। संध्याकाल के समय इस घाट को खास लाइट्स से सजाया जाता है, जिसकी रौनक देखते ही बनती है। दिवाली के दौरान यहां घाट को जगमग दीपों से रोशन किया है। इसके अलावा, बोट राइड भी यहां का प्रमुख आकर्षण है।
अयोध्या में स्थित रामकोट में एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, जिसे 'दशरथ महल' कहा जाता है। यह महल राजा दशरथ का राजमहल था, जिसे आज एक प्रमुख सिद्ध पीठ माना जाता है। अयोध्या के इतिहास का प्रतीक, राजा दशरथ का यह महल अब एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। अपनी अयोध्या यात्रा के दौरान आप एक बार राजा दशरथ के महल में जरूर जाएं।
अयोध्या में सरयू नदी के किनारे कुल 14 प्रमुख घाट हैं, जिनमें से एक है गुप्त द्वार घाट। यह घाट राम मंदिर से लगभग 7 km की दूरी पर रामपथ के रास्ते स्थित है। इस घाट के आस-पास बहुत से धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता हैं, जो भक्तों को तनाव से दूर एक शांत वातावरण का अनुभव प्रदान करती है। अगर आप भी शांति और आध्यात्म का अनुभव करना चाहते हैं, तो यह घाट एक बेहतरीन स्थल है।
यह प्राचीन मंदिर भगवान राम के अश्वमेध यज्ञ का प्रतीक माना जाता है। इस भव्य मंदिर में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण, भरत, और शत्रुघ्न जी की मूर्तियां भी देखने को मिलती हैं। मंदिर का वातावरण बेहद शांत और पवित्र है, जो इसे तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल बनाता है। इसे कालेराम मंदिर (Kaleram Ka Mandir) के नाम से भी जाना जाता है।
जैसे के नाम से ही पता चलता है, लक्ष्मण घाट का यह नाम लक्ष्मण जी पर रखा गया है। यह खूबसूरत लक्ष्मण घाट सरयू नदी के किनारे स्थित है। धार्मिक दृष्टि से इस घाट का विशेष महत्व बताया जाता है, कहा जाता है कि लक्ष्मण जी ने वनवास के दौरान इस स्थान पर ध्यान किया था। अयोध्या के लक्ष्मण घाट पर अन्य घाटों के मुकाबले कम भीड़ देखने को मिलेगी, ऐसे में यहां आने पर आपको ध्यान और पूजा करने का एक अलग ही अनुभव मिलेगा।
राम मंदिर में दर्शन का समय सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 11:30 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता हैं। मंदिर में आरती का समय इस प्रकार से हैं-
इस बात का विशेष ध्यान रखें की अगर आप आरती में शामिल होना चाहते हैं, तो आपको मंदिर परिसर से पास लेना ज़रूरी है। आरती शुरू होने से कम से कम आधे घंटे पहले आप यह पास कलेक्ट कर सकते हैं। पास लेने के लिए अपना आईडी प्रूफ साथ रखें।