प्रत्येक वर्ष धूमावती जयंती का शुभ अवसर हिन्दुओं के द्वारा विश्व स्तर पर मनाया जाता है। यह पर्व धूमावती महाविद्या जयंती (dhumavati jayanti 2023) के रूप में भी जाना जाता है। मान्यता है की धूमावती जयंती के दिन, देवी आदिशक्ति के एक रूप ने पृथ्वी पर अवतरण लिया है। यह हिन्दू कैलेंडर के ज्येष्ठ महीने में शुक्ल पक्ष के आठवे दिन पड़ता है। इस दिन देवी आदिशक्ति के भक्त विधि- विधान से देवी धूमावती की पूजा करते है और उनसे आशीर्वाद की कामना करते है।
सनातन धर्म में धूमावती जयंती का बहुत महत्व बताया जाता है। मान्यता है की देवी धूमावती की विधि-विधान से पूजा करने से न केवल वह प्रसन्न होती है बल्कि भक्त के जीवन से सभी समस्याओं को भी दूर कर देती है। हिन्दू पवित्र ग्रंथों के अनुसार, देवी धूमावती को 10 महाविद्याओं में से 7 वीं और देवी दुर्गा के सबसे उग्र रूप के रूप में जाना जाता है। देवी पार्वती के स्वरूप में पूजे जाने वाली मां धूमावती को बहुत पूजनीय माना जाता है। आइये जानते है धूमावती जयंती 2023 की तिथि, मंत्र , शुभ मुहूर्त व महत्व-
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन धूमावती जयंती का यह पर्व मनाया जाता है। इस साल की बात की जाए तो यह पर्व , रविवार 28 मई 2023 (dhumavati jayanti 2023 date) के दिन मनाया जाएगा। धूमावती जयंती 2023 का प्रांरभ समय और शुभ मुहूर्त इस प्रकार से है-
धूमावती जयंती प्रांरभ समय | 27 मई, 2023 सुबह 7:43 से |
धूमावती जयंती समापन समय | 28 मई, 2023 सुबह 9:57 तक |
धूमावती जयंती शुभ मुहूर्त | 28 मई, प्रातः11:58 AM -12:49 PM |
• धूमावती जयंती के दिन विधि-विधान से व्रत इत्यादि रखने से भक्तों को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
• मां धूमावती का स्वरूप बहुत भयानक प्रतीत होता है। ऐसा माना जाता है की उन्होंने शत्रुओं का विनाश करने के लिए ऐसा रूप धारण किया था।
• ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवी धूमावती की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और परिवार से बीमारी और गरीबी से छुटकारा मिलता है।
• प्राचीन काल में, संत भृगु, दुर्वासा ऋषि और संत परशुराम ने विशेष शक्तियां प्राप्त करने के लिए देवी धूमावती की पूजा की थी। इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में, उन्हें एक रक्षा करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है।
• तांत्रिक साधक भी धूमावती जयंती पर जीवन में आने वाली समस्याओं से मुक्त होने के लिए देवी धूमावती की पूजा करते है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार धूमावती जयंती के अवसर पर देवी धूमावती की एक झलक भी भक्त पर दिव्य कृपा बरसाती है।
1. धूं धूमावती स्वाहा॥
2. धूं धूं धूमावती स्वाहा॥
3. धूं धूं धूं धूमावती स्वाहा॥
4. धूं धूं धुर धुर धूमावती क्रों फट् स्वाहा॥
5. ॐ धूं धूमावती देवदत्त धावति स्वाहा॥
उपरोक्त लिखे हुए यह सभी मन्त्र आपको सभी प्रकार से कष्टों से मुक्त करने में सहयक है। धूमावती जयंती (dhumavati jayanti 2023) पूरे भारत में अत्यधिक उत्साह के साथ मनाई जाती है। यदि आप भी इस दिन देवी मां को प्रसन्न करना चाहते है तो इन मंत्रो का जाप अवश्य करें।