दीपों के इस पर्व पर मिले खुशियां बेशुमार, मां लक्ष्मी आपके घर लाएं धन व वैभव अपार। दीपवाली (Diwali 2022) का यह त्यौहार अंधेरे को दूर कर, मन में एक नई ऊर्जा और प्रकाश का संचार करता है। हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण और पवित्र त्यौहारों में से एक, दीपवाली का यह पर्व, भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर में धूमधाम से मनाया जाता है।
अंधेरे पर प्रकाश की, अज्ञान पर ज्ञान की और निराशा पर आशा की जीत के उपलक्ष्य में दीपवाली का यह त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों और ऑफिस में मां लक्ष्मी का पूजन करते है और उनसे सुख-समृद्धि, शांति और धन प्रदान करने की कामना करते है। भारत के अधिकांश हिस्सों में लगभग 5 दिनों तक यह त्यौहार मनाया जाता है। आइये जानते है दीपावली जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी-
दिवाली का पर्व हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल 2022 में, सोमवार 24 अक्टूबर के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के साथ मां सरस्वती और भगवान गणेश के पूजन का सर्वाधिक महत्व बताया जाता है। दिवाली पूजन के लिए आप श्री महालक्ष्मी पूजन यंत्र का प्रयोग कर सकते है। इस यंत्र के पूजन से आपको सर्वाधिक लाभ प्राप्त होंगे।
दिवाली के दिन विधि-विधान से किए जाने वाले पूजन का महत्व तो हम सभी जानते है। लेकिन महालक्ष्मी का यह पूजन तभी फलदायक होता है, जब यह शुभ मुहूर्त में किया गया हो। ऐसे में आइये जानते है दिवाली पूजन का सर्वश्रेष्ट्र पूजन -
कार्तिक अमावस्या तिथि प्रारंभ | 24 अक्टूबर को शाम 06:03 बजे से |
कार्तिक अमावस्या तिथि समापन | 25 अक्टूबर 2022 को शाम 04:19 बजे |
अभिजीत मुहूर्त | 24 अक्टूबर सुबह 11:19 से दोपहर 12:05 तक |
विजय मुहूर्त | 24 अक्टूबर दोपहर 01:36 से 02:21 तक |
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त | 24 अक्टूबर शाम 06:53 से रात 8:16 तक |
पूजन अवधि | 1 घंटे 21 मिनट |
दीपवाली के शुभ पर्व पर माता लक्ष्मी के पूजन के साथ श्री लक्ष्मी चालीसा का पाठ भी कर सकते है। पूजा विधि संपन्न होने के बाद गणेश जी और लक्ष्मी जी की आरती भी गा सकते है। ऐसा करने से निश्चित ही देवी लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होगी और आपको शुभ फल प्रदान करेगी। धर्मसार की ओर से दीपावली 2022 (Diwali 2022) के इस पावन पर्व की आप और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं।
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