शक्ति और वीरता को प्रदर्शित करने वाली देवी दुर्गा की महिमा अपरंपार है। हिन्दू धर्म में देवी दुर्गा को मां की उपाधि प्राप्त है। मां दुर्गा सभी प्रकार की बुरी शक्तियों का नाश कर, साहस का प्रतिनिधित्व करती है। सनातन धर्म में नवरात्रि का समय देवी आदिशक्ति को समर्पित होता है।
धार्मिक दृष्टिकोण से नवरात्रि के पर्व को अत्याधिक पवित्र माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इनमें से चैत्र और शारदीय नवरात्रे प्रत्यक्ष होते है, तो वही दो नवरात्रे गुप्त होते है। पहला गुप्त नवरात्रे माघ और दूसरी आषाढ़ के महीने में मनाया जाता है। गुप्त नवरात्रि के दौरान देवी के सभी स्वरूपों की विशेष उपासना की जाती है। ऐसे में आज हम आपको साल 2023 में, आने वाले पहले गुप्त नवरात्रों के बारे में जानकारी देने जा रहे है। यह नवरात्रि माघ के माह में मनाई जाती है।
आइए जानते है, माघ गुप्त नवरात्रे (Magha Gupt Navratri 2023) की तिथि, महत्व और शुभ मुहूर्त क्या है-
माघ महीने में आने वाली शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि का प्रांरभ होता है। वही इसका समापन नवमी तिथि को होता है। इस वर्ष, 22 जनवरी 2023 से गुप्त नवरात्रि का प्रांरभ होगा और 30 जनवरी 2023, नवमी तिथि के साथ इसका समापन होगा। कहा जाता है, जो भी व्यक्ति इन नौ दिनों में श्रद्धाभाव से देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है।
माघ गुप्त नवरात्रि के घटस्थापना व पूजन के मुहूर्त इस प्रकार से है-
माघ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि | 22 जनवरी 2023, रात्रि 02:22 से |
घटस्थापना मुहूर्त | सुबह 10 बजकर 04 मिनट से सुबह 10 बजकर 51 मिनट तक |
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से दोपहर 01 बजे तक |
मीन लग्न प्रारंभ | 22 जनवरी 2023, सुबह 10:04 |
• गुप्त नवरात्रि में देवी आदिशक्ति का जाप करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती है।
• इस नौ दिनों में गुप्त रूप से पाठ-पूजन करने से सभी मनोकामनाएं सिद्ध होती है।
• धर्म शास्त्रों में गुप्त नवरात्रों को अनेकों शुभ फल प्रदान करने वाला बताया गया है।
• मां दुर्गा की कृपा से सभी प्रकार के नकारात्मक प्रभाव इन दिनों में समाप्त हो जाते है।
• गुप्त नवरात्रों के दौरान श्रद्धाभाव से देवी आदिशक्ति का स्मरण करने से रोग-दोष से मुक्ति मिलती है।
1. मां काली
2. मां तारा
3. मां त्रिपुर सुंदरी
4. मां भुवनेश्वरी
5. मां छिन्नमस्ता
6. मां त्रिपुर भैरवी
7. मां धूमावती
8. मां बगलामुखी
9. मां मातंगी
10. मां कमला
गुप्त नवरात्रि के दौरान आप दुर्गा चालीसा पाठ भी कर सकते है। इसके साथ ही यदि आप देवी को प्रसन्न करना चाहते है तो घर में दुर्गा बीसा यंत्र व बगलामुखी यंत्र की भी स्थापना कर सकते है।