हिंदू धर्म में मंत्रों को सकारात्मकता, सफलता और आध्यात्मिक विकास का स्रोत माना जाता है। बड़े और बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक सभी के लिए कुछ विशेष मंत्रो का जाप करना महत्वपूर्ण बताया गया है। प्राचीन काल से मंत्रों को दिव्य ऊर्जाओं से जुड़ने का एक शक्तिशाली माध्यम माना गया है। हालांकि इन दिव्य ऊर्जाओं को आकर्षित करने के लिए यह आवश्यक है की मंत्रो सही उच्चारण किया जाए। आज के इस ब्लॉग में हम आपको 11 ऐसे चमत्कारी मंत्र के बारे में बताने जा रहे है., जो बच्चो को अवश्य सिखाने चाहिए-
मंत्र एक विशेष शब्द या ध्वनि है,जिसका प्रयोग ध्यान-साधना में किया जाता है। भगवान की कृपा को आकर्षित करने के साथ ही यह मन को एकाग्र करने में अत्यंत प्रभावशाली माने गए है। बता दें की मंत्र शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुई है। संस्कृत में 'मन' का मतलब है 'मन' (mind) और 'त्र' का अर्थ है 'यंत्र' (instrument) या साधन। इसीलिए, मंत्र को 'मन या मस्तिक्ष का साधन' कहा जाता है।
मंत्र जप का उपयोग मनोवांछित इच्छाओं की पूर्ति के लिए दिव्य ऊर्जा का आह्वान करने के लिए किया जाता है। ऐसे में यह ज़रूरी है कि बच्चों को कम उम्र से ही एकाग्रता, सुख-समृद्धि एवंआध्यात्मिकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए शक्तिशाली मंत्र सिखाए जा सकते हैं।
यहां 11 शक्तिशाली हिंदू मंत्र (11 powerful hindu mantra in hindi) दिए गए हैं, जिनका जाप बच्चों समेत सभी उम्र के व्यक्तियों को करने चाहिए-
-मंत्र
'ॐ गं गणपतये नमः'
भगवान गणेश की कृपा को आकर्षित करने के लिए विशेष तौर पर इस मंत्र का जाप किया जाता है। इस मंत्र का जाप विशेष रूप से विघ्नों और परेशानियों को दूर करने के लिए जाना जाता है। यह मंत्र बच्चों को जीवन में आने वाली चुनौतियों से उबरने में मदद करता है। खासकर पढ़ाई के दौरान, यह मंत्र उनकी एकाग्रता और ध्यान बढ़ाने के लिए भी लाभकारी है।
- मंत्र
'ॐ नमः शिवाय'
यह एक दिव्य और लोकप्रिय शिव मंत्र है। इस मंत्र का जाप अधिकांश हिन्दू घरों में किया जाता है। बच्चों के लिए यह मंत्र मानसिक शांति और एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके साथ यह बच्चों के जीवन में भोलेबाबा की कृपा को आकर्षित करता है।
- मंत्र
'ॐ भूर् भुवः स्वाहा, तत् सवितुर वरेण्यं, भर्गो देवस्य धीमहि, धियो यो नः प्रचोदयात्'
यह मंत्र ज्ञान और बुद्धि के प्रकाश को बढ़ावा देने के लिए लोकप्रिय है। गायत्री मंत्र एक ऐसा प्रभावशाली मंत्र है, जो बच्चों में बुद्धि व विवेक को जागृत करता है। उन्हें अनुशासन के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। देश के कई स्कूलों में भी गायत्री मंत्र का जाप कराया जाता है।
- मंत्र
'ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान्, मृत्योर् मुक्षीय मामृतात्'
महाकाल को समर्पित यह एक अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है। किसी भी भय से मुक्ति पाने के लिए ये एक शक्तिशाली मंत्र है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए यह एक शक्तिशाली मंत्र है। इससे बच्चों में आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर होती है।
- मंत्र
'या कुंदेंदु तुषारा हारा धवला, या शुभ्रा वस्त्रवृता, या वीणा वरदण्ड मंडितकरा, या श्वेता पद्मासन'
यह मंत्र देवी सरस्वती के प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करता है। यह बच्चों को पढ़ाई में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। सरस्वती वंदना बच्चों की एकाग्रता और बौद्धिक विकास को बढ़ाने में फलदायक है।
- मंत्र
'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय'
यह भगवान विष्णु की उपासना के लिए प्रसिद्ध मंत्र है। भगवान नारायण को समर्पित यह विशेष मंत्र बच्चों को आंतरिक शांति, सकारात्मकता और दिव्य ऊर्जा का संचार करता है। प्रत्येक गुरुवार इस मंत्र के जाप से बच्चों में आत्मविश्वास, संतुलन और एकाग्रता में वृद्धि होती है। बच्चे अपने अनुसार 11 बार भी इन मंत्रो का जाप कर सकते है।
- मंत्र
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे
यह मंत्र भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। मंदिर परिसर में आयोजित होने ज्यादातर भजन व कीर्तन में 'हरे रामा, हरे कृष्णा' मंत्र का जाप किया जाता है। यह बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। माना जाता है कि मंत्र की दिव्य ऊर्जा से बच्चों के स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है। इससे इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है।
- मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
देवी आदिशक्ति को समर्पित इस विशेष मंत्र का अर्थ है - 'हे देवी, जो सभी प्राणियों में विद्या के रूप में प्रतिष्ठित हैं, हम आपको बार-बार नमन करते हैं। देवी दुर्गा की उपासना के लिए यह यंत्र बहुत शक्तिशाली माना जाता है। जो शक्ति और ज्ञान की देवी मानी जाती हैं।
- मंत्र
ॐ शं शनिचराय नमः
यह मंत्र शनिदेव की उपासना के लिए समर्पित है। बच्चों के लिए यह मंत्र आत्मविश्वास, धैर्य और साहस को बढ़ाता है। बच्चे हर शनिवार इस मंत्र का जाप कर सकते है। इस मंत्र के माध्यम से शनिदेव को नमन किया जाता है। शनिदेव को न्याय और कर्म के देवता के रूप में पूजा जाता हैं।
- मंत्र
ॐ सूर्य देवाय नमः
हिन्दू धर्म के अधिकतर घरों में सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। अर्घ्य देने का प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है जब इस मंत्र का जाप किया जाए। इस मंत्र के माध्यम से सूर्यदेव का आह्वान किया जाता है। सूर्यदेव को शक्ति और ऊर्जा का स्रोत माना जाता हैं। ऐसे में बच्चों को शुरू से ही सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस मंत्र के जाप के महत्व के बारे में बताना चाहिए।