गोपाष्टमी हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन भक्त गायों की पूजा और सेवा करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने पहली बार गायों को चराने का कार्यभार संभाला था। बाल अवस्था में श्री कृष्ण ने गोपाष्टमी (Gopashtami) के दिन गायों की सेवा शुरू की थी। तभी से यह परंपरा चली आ रही है। इस दिन गाय माता और बछड़े की पूजा करने से पुण्य प्राप्त होता है। माना जाता है कि अगर गोपाष्टमी पर कुछ खास उपाय किए जाएं, तो भगवान श्रीकृष्ण शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
हर साल कार्तिक मास में गोपाष्टमी का पावन त्योहार मनाया जाता है। गौ माता को समर्पित यह दिन शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को आता है। इस साल गोपाष्टमी का पर्व गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025 (Gopashtami 2025 Date) को मनाया जाएगा।
गोपाष्टमी की तिथि की शुरुआत और समापन का समय (Gopashtami 2025 Timings) इस प्रकार है-
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, गाय में करोड़ों देवी-देवताओं का वास माना गया है। इसीलिए धार्मिक ग्रंथो में गाय को गौमाता कहा जाता है। हिंदू संस्कृति में गाय को देवी का रूप मानकर पूजा जाता है।
गोपाष्टमी (Gopashtami) को लेकर एक रोचक कथा प्रचलित है। कहा जाता है कि गोवर्धन पूजा के बाद सात दिनों तक लगातार तेज वर्षा होती रही। अंत में, अष्टमी तिथि के दिन इन्द्रदेव ने भगवान श्रीकृष्ण के आगे अपनी हार स्वीकार कर ली। उसी दिन से यह तिथि गोपाष्टमी के नाम से जानी जाने लगी। माना जाता है कि गोपाष्टमी के दिन विशेष उपाय करने से कार्य में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।
तो आइए जानते है क्या है ये विशेष और चमत्कारी उपाय-
गोपाष्टमी के दिन ये कुछ खास उपाय (Gopashtami ke Upay) जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते है-
यदि आप भी आर्थिक तंगी से परेशान है, तो इस दिन एक साबुत हल्दी के गांठ और 11 सफेद कौड़ियां लें। इन्हें गाय के माथे से स्पर्श कराएं। फिर इन्हें लाल रंग के कपड़ें में बांध लें। अब इस पोटली को अपनी तिजोरी में रख दें। आप चाहे तो इसे दुकान के कैश बॉक्स में भी रख सकते है।
यह विशेष उपाय धन वृद्धि के लिए अत्यंत प्रभावशाली है।
अगर आप या आपके घर में कोई मानसिक तनाव या स्ट्रेस से परेशान है। तो गोपाष्टमी के दिन शाम के समय गौशाला में गंगाजल का छिड़काव करें। विशेष रूप से गायों की सेवा करें और उन्हें हरी घास खिलाएं। इसके अलावा अपने आस-पास किसी नजदीकी गौशाला में दान करें। जैसे गाय के भोजन, दक्षिणा या अन्य आवश्यक वस्तुएं।
इस उपाय से न केवल तनाव दूर होगा बल्कि जीवन में पॉजिटिविटी का भी संचार होगा।
मनवांछित इच्छा को पूर्ण करने के लिए गोपाष्टमी के दिन सबसे पहले गाय माता और बछड़े को स्नान कराएं। फिर गाय माता को रोली, हल्दी, फल और फूल अर्पित करें। इसके बाद विधि-विधान गाय माता का पूजन करें। पूजन के बाद परिक्रमा लगाएं और उन्हें गुड़ चना खिलाएं। ऐसी मान्यता है कि गाय माता में 33 कोटी देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए उनकी पूजा करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
इस सरल उपाय से सभी इच्छाएं पूरी होगी और जीवन में सफलता मिलेगी।
यदि आप जीवन में तरक्की करना चाहते हैं, तो रोटी में थोड़ा गुड़ मिलाकर गाय माता को खिलाएं। मान्यता है कि गायों को हरा चारा खिलाने से क्लेश और ग्रह दोष दूर होते हैं। गोपाष्टमी के अलावा, आप यह उपाय रोजाना भी कर सकते हैं। शाम के समय गाय और बछड़ों को घुमाएं।
इस विशेष उपाय से घर में अन्न की कभी कमी रहती और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
घर में नेगेटिविटी चलते अक्सर अशुभ परिणाम देखने को मिलते है। अगर आप भी अपने आस-पास नेगटिव एनर्जी महसूस कर रहे है, तो गोपाष्टमी (Gopashtami ke Upay) पर ये सरल उपाय अपनाएं। इस दिन घर के मुख्य द्वार पर गाय के गोबर से लिपाई करें। इसके अलावा, गोबर से स्वस्तिक का चिन्ह भी बना सकते हैं। मान्यता है कि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं प्रवेश करती। साथ ही, इससे पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनता है।
इसके अलावा, गाय के उपले में कपूर जलाकर घर में घुमाएं। कपूर के धुएं से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।
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