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Saraswati Avahan 2022 : सरस्वती आवाहन 2022 महत्व, मंत्र व शुभ समय

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संगीत, साहित्य, कला एवं विद्या की देवी मां सरस्वती को बारंबार नमस्कार है। एक हाथ में वीणा व दूसरे हाथ में पुस्तक थामे, श्वेत कमल पर विराजमान मां सरस्वती की महिमा अपरंपार है। नवरात्रि के दौरान बड़े जोर-शोर से देवी दुर्गा के सभी स्वरूपों का पूजन किया जाता है, ऐसे में देवी सरस्वती का स्मरण किया जाना बहुत स्वाभाविक है। ऐसे में नवरात्रि के सातवें दिन, यानि महासप्तमी के दिन सरस्वती आवाहन (saraswati avahan 2022) किया जाता है।

Saraswati Avahan 2022 : सरस्वती आवाहन 2022 महत्व, मंत्र व शुभ समय

‘सरस्वती आवाहन’ दो अक्षरों का सामंजस्य है, जिसका पहला शब्द सरस्वती देवी सरस्वती को प्रदर्शित करता है, वही दूसरा शब्द आवाहन 'बुलावा देने' को प्रदर्शित करता है। शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि उत्सव के आखिरी तीन दिनों में विधि-विधान से मां सरस्वती का पूजन किया जाता है। ऐसे में आइये जानते है हिन्दू पंचाग के अनुसार सरस्वती आवाहन का त्यौहार कब मनाया जाता है और इसका शुभ मुहूर्त व महत्व क्या है-


कब किया जाता है सरस्वती आवाहन? Saraswati Avahan 2022 Date

हिन्दू पंचाग के अनुसार अश्विन माह के शुक्ल सप्तमी के दिन सरस्वती आवाहन किया जाता है। साल 2022 में यह पर्व 2 अक्टूबर के दिन यह त्यौहार मनाया जाएगा। इसके बाद 3 अक्टूबर 2022 को दुर्गा अष्ठमी का उत्सव मनाया जाएगा।


सरस्वती आवाहन शुभ समय 2022 | Saraswati Avahan Subh Muhurat 2022

सरस्वती आवाहन के पावन पर्व का का शुभ समय इस प्रकार है-

सरस्वती आवाहन तिथि - 2 अक्टूबर 2022, रविवार
शुभ मुहूर्त प्रारंभ - 2 अक्टूबर,2022 3:11 AM से
शुभ मुहूर्त समापन - 3 अक्टूबर, 2022 01: 53 AM तक


सरस्वती आवाहन 2022 पूजन समय | Saraswati Avahan Puja Samay

2 अक्टूबर, 2022 - 08:52 AM से (मूल नक्षत्र)
2 अक्टूबर, 2022 - 02:32 PM तक


सरस्वती आवाहन का महत्व

1. इस दिन पूजन करने से मां सरस्वती की अलौकिक कृपा प्राप्त होती है।
2. ब्रह्मांड के निर्माण और रखरखाव में में देवी सरस्वती को सहायक माना जाता है।
3. बुद्धिमता और असीम ज्ञान की प्राप्ति के लिए देवी सरस्वती का पूजन उत्तम बताया जाता है।
4. साहित्य एवं कला के क्षेत्र में उन्नति पाने के लिए भक्त इस दिन मां सरस्वती का स्मरण करते है।
5. संगीत के क्षेत्र ने उन्नति प्राप्त करने के लिए इस दिन देवी सरस्वती का पूजन का पूजन किया जाता है।


मां सरस्वती के बीज मंत्र | Ma Saraswati Mantra

”ॐ श्रीं भीम सरस्वतीै नमः”
”ॐ ऐं सरस्वती नमः”

अर्थात - देवी सरस्वती को प्रणाम है।

उपरोक्त मंत्रो के अलावा आप इस दिन माँ सरस्वती चालीसा का पाठ कर देवी सरस्वती को प्रसन्न कर सकते है। इसके साथ ही सरस्वती आवाहन के दिन आप विधि-विधान से मां सरस्वती का पूजन भी कर सकते है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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