देवी दुर्गा साहस, ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक हैं। वह देवी आदिशक्ति की अभिव्यक्ति हैं, जो सभी बुराइयों से ब्रह्मांड की रक्षा करती हैं। नवरात्रि का समय देवी दुर्गा के आशीर्वाद को आकर्षित करने के लिए बेहद खास माना जाता है। इस दौरान, पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के पावन दिनों में भक्त मां को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय करते हैं। ऐसा ही एक शक्तिशाली उपाय है दुर्गा सप्तशक्ति का पाठ!
दुर्गा सप्तशती का पाठ (Shree Durga Saptashati) विशेष रूप से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह एक बहुत ही प्रभावशाली ग्रंथ है, जो 13 अध्यायों में और 700 श्लोक में विभाजित हैं। दुर्गा सप्तशक्ति के प्रत्येक अध्याय में देवी दुर्गा के साहस और वीरता के अद्भुत प्रसंगों का उल्लेख किया गया है, जिन्होंने ब्रह्माण्ड को दुष्ट राक्षसों से मुक्ति दिलाने के लिए युद्ध किया।
वेदों और शास्त्रों में दुर्गा सप्तशक्ति पाठ को अत्यंत शक्तिशाली और दिव्य ऊर्जा का स्रोत माना गया है। आइए, अब हम जानते हैं इस शक्तिशाली पाठ के कुछ अद्भुत लाभ-
अगर आपका कोई कार्य लंबे समय से नहीं हो पा रहा है, तो नवरात्रि के दौरान दुर्गा सप्तशक्ति का पाठ शुरू करें। ऐसा करने से व्यक्ति को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
दुर्गा सप्तशक्ति एक दिव्य ग्रंथ है, जिसका पाठ करने से व्यक्ति को अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। माना जाता है की यह शत्रुओं की बुरी दृष्टि को नष्ट करता है, जिससे व्यक्ति को विजय प्राप्त होती है।
नवरात्रि का समय न केवल पूजा और उपवास के लिए, बल्कि मानसिक शांति के लिए भी उपयुक्त माना जाता है। इन पवित्र नौ दिनों में श्री दुर्गा सप्तशक्ति का पाठ करने से व्यक्ति जीवन में चल रहे तनाव से मुक्त होकर, मानसिक शांति प्राप्त करता है।
श्री दुर्गासप्तशक्ति का पाठ मानसिक शांति के साथ-साथ आत्मविश्वास को बढ़ाने में भी सहायक है। साथ ही मां दुर्गा को समर्पित इस पाठ से व्यक्ति अपने जीवन की मुश्किलों और चुनौतियों को आसानी से पार कर जाता है।
मां दुर्गा सदा ही दुष्टों और पापी शक्तियों से ब्रह्माण्ड की रक्षा करती हैं। ऐसे में जो व्यक्ति श्रद्धा और भक्ति से मां का स्मरण कर, श्री दुर्गा सप्तशक्ति का पाठ करता है, उसकी रक्षा स्वयं देवी दुर्गा करती हैं।
यदि आप भी पिछले कुछ समय से नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित हैं, तो नवरात्रि के पावन अवसर पर इसका पाठ अवश्य करें।
शास्त्रों में 'दुर्गा सप्तशती' पाठ को विशेष रूप से कल्याणकारी बताया गया है। हालांकि, अगर कोई व्यक्ति संपूर्ण पाठ नहीं कर पाए तो वह केवल यहां दिए गए इन 7 विशेष मंत्रों (7 Powerful Mantras of Durga Saptashati) का जाप कर सकता है। ये मंत्र निम्नलिखित हैं-