धनतेरस से शुरू होता है दीपावली (Diwali 2025) का पांच दिवसीय पर्व। इस दिन नई चीजें खरीदना शुभ माना जाता है। देशभर में सोने, चांदी, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक सामान की खूब खरीदारी होती है। लेकिन दिवाली के समय झाड़ू खरीदना भी एक खास परंपरा है। शास्त्रों में भी धनतेरस और दिवाली के दिन झाड़ू खरीदने का खास धार्मिक महत्व बताया गया है। हालांकि क्या आपने कभी सोचा है कि इस दिन झाड़ू ही क्यों खरीदी जाती है? इसके पीछे क्या कारण हैं? आइए जानते हैं…
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, झाड़ू धन का प्रतिनिधित्व करती है। यही कारण है कि दीपावली के अवसर पर झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। एक अन्य मान्यता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से घर में पैसों की तंगी दूर होती है और मां लक्ष्मी का वास सदा बना रहता है। दिवाली के साथ ही धनतेरस के दिन भी नई झाड़ू खरीदना मंगल संकेत माना गया है। आप इन दोनों में से किसी भी दिन झाड़ू खरीद सकते हैं।
देवी लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद पाने का यह बहुत ही सरल माध्यम माना गया है।
झाड़ू सिर्फ सफाई कि वस्तु नहीं है। इसे गरीबी और नेगेटिविटी दूर करने का माध्यम भी माना जाता है। दीवाली पर नई झाड़ू खरीदने की परंपरा इसी मान्यता का हिस्सा है। कहा जाता है कि जब आप नई झाड़ू से घर की सफाई करते हैं, तो आर्थिक परेशानियां और नेगेटिविटी भी घर से बाहर निकल जाती हैं।
मान्यता है कि जिस घर में साफ-सफाई रहती है। वहां हमेशा देवी लक्ष्मी का वास होता है। इसी कारण दीपावली पर झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इससे घर में धन और समृद्धि बने रहते हैं। इसके अलावा धनतेरस पर भी झाड़ू खरीदना दिवाली के समान ही फलदायक है। इस दिन की गई खरीदारी में 13 गुना वृद्धि होती है।
एक मान्यता यह भी है कि दिवाली पर झाड़ू खरीदने से कर्जों से छुटकारा मिलता है। साथ ही फिजूलखर्ची भी कम होती है। झाड़ू हर घर में रोजमर्रा की सफाई का माध्यम है। लेकिन त्योहारों पर इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। कहा जाता है कि सफाई देवी लक्ष्मी को आकर्षित करती है। इसीलिए दिवाली से लगभग एक महीना पहले से ही घरों में साफ़ सफाई शुरू हो जाती है।
1. झाड़ू को खड़ा रखना शुभ नहीं माना जाता।
2. घर में कभी भी टूटी या खराब झाड़ू न रखें।
3. झाड़ू को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना सबसे उचित होता है।
4. झाड़ू रसोई, बेडरूम, पूजा घर और बाथरूम के पास न रखें।
5. झाड़ू को हमेशा छुपाकर या जमीन पर लिटाकर ही रखना चाहिए।
6. झाड़ू ऐसी जगह रखें जहां वह दिखाई न दे और वह किसी के पांव के नीचे न आए।
7. पुरानी झाड़ू को पीपल के पेड़ के नीचे या साफ जगह पर रखना शुभ होता है।
8. दिवाली के समय पुरानी झाड़ू को फेंकते समय सावधानी बरतें। इसे पीपल के पेड़ के नीचे या किसी स्वच्छ स्थान पर ही रखें।
पंचांग के अनुसार, कीमती धातुएं और मूर्तियां तय समय पर ही खरीदनी चाहिए। इस बार धनतेरस पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त 19 अक्टूबर को है। यह मुहूर्त सुबह 6:24 बजे शुरू होगा और दोपहर 1:51 बजे तक रहेगा। इस अवधि में खरीदारी करना विशेष रूप से शुभ माना गया है।
मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान इसी दिन देवी लक्ष्मी प्रकट हुई थी। इस वजह से दिवाली और धनतेरस को खरीदारी (diwali shopping significance) के लिए बेहद शुभ माना जाता है। लोग इस दिन पीतल, चांदी और सोने की वस्तुएं खरीदते हैं। धनतेरस पर देवी लक्ष्मी के साथ भगवान कुबेर और भगवान गणेश की पूजा भी की जाती है।