आषाढ़ गुप्त नवरात्रि, जिसे गायत्री नवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है, जून या जुलाई के दौरान आषाढ़ के महीने में मनाया जाता है। दो गुप्त नवरात्रि में से, माघ नवरात्रि भारत के उत्तरी भारत हिस्सों जैसे- उत्तर प्रदेश, हिमाचल, हरियाणा और पंजाब में मनाई जाती है। वही आषाढ़ नवरात्रि का यह पर्व भारत के दक्षिण हिस्सों में मनाया जाता है। हिन्दू धर्म गुप्त नवरात्रि को भी नवरात्रि के समान ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
प्राचीन काल में गुप्त नवरात्रि के यह व्रत मुख्यतः सिद्ध साधू संतो के द्वारा रखे जाते थे। आषाढ़ गुप्त नवरात्रि (ashada gupt navratri 2023) के यह व्रत तांत्रिकों के लिए विशेष है। ऐसा माना जाता है कि इस समय विधि-विधान से देवी मां का पूजन करने से वे अपनी इच्छाओं को प्राप्त कर सकते है। यह तांत्रिक साधना (ध्यान) और पूजा के लिए सबसे लोकप्रिय है। आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के नौ दिन और रात शक्ति और तंत्र साधना और सिद्धियों के लिए अत्यधिक शक्तिशाली और लाभकारी माने जाते है।
आइये जानते है, इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की तिथि, मुहूर्त, शुभ समय व सभी नौ देवियों के पूजन का दिन-
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि, देवी आदिशक्ति को समर्पित एक हिन्दू त्यौहार है। यह पर्व आषाढ़ (जून-जुलाई) के महीने के दौरान मनाया जाता है। आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का प्रांरभ आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा से होता है। इस साल 19 जून 2023 (ashadha gupt navratri date) से गुप्त नवरत्रि का शुभांरभ होगा, वही इसका समापन 28 जून 2023 के दिन होगा। गुप्त नवरात्रि घटस्थापना का मुहूर्त इस प्रकार से है-
घटस्थापना मुहूर्त- 06:05 AM से 08:04 AM
गुप्त नवरात्रि खास तौर पर गुप्त साधनाओं और तंत्र विद्याओं को सिद्ध करने के लिए मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि इन नौ दिनों मे व्रत संकल्प लिया जाता है और विधि विधान से देवी आदिशक्ति की पूजा की जाती है। मान्यता है की यह नवरात्रे सामान्य लोग से ज्यादा साधना और तंत्र के क्षेत्र से जुड़े लोगों से संबंधित है। जैसे नवरात्रि में देवी दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है, वैसे ही गुप्त नवरात्रि में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है और साधक पूजा करके आशीर्वाद और शक्ति की कामना करता है।
गुप्त नवरात्रि (gupt navratri) के दौरान श्री दुर्गा चालीसा (shree durga chalisa) और दुर्गा सप्तशती (durga saptshakti) का पाठ करना बहुत ही फलदायक माना जाता है। इन नौ दिनों में गुप्त रूप से देवी आदिशक्ति की आराधना करने के कारण ही इन्हें गुप्त नवरात्रि के नाम से जाना जाता है।
तिथि(Date) | देवी का नाम (Devi Worship) |
19 जून, 2023 | देवी शैलपुत्री (घटस्थापना) |
20 जून, 2023 | देवी ब्रह्मचारिणी |
21 जून, 2023 | देवी चंद्रघंटा |
22 जून, 2023 | देवी कुष्मांडा |
23 जून, 2023 | देवी स्कंदमाता |
24 जून, 2023 | देवी कात्यायनी |
25 जून, 2023 | देवी कालरात्रि |
26 जून, 2023 | देवी महागौरी |
27 जून, 2023 | देवी सिद्धिदात्री पूजा |
28 जून, 2023 | नवरात्रि पारण |
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि, देवी शक्ति को समर्पित एक हिन्दू पर्व है, जो आषाढ़ (जून-जुलाई) के महीने के दौरान मनाया जाता है। यह नौ दिन देवी आदिशक्ति के उत्सव और प्रशंसा को समर्पित है। आषाढ़ नवरात्रि वर्ष 2023 (ashada gupt navratri 2023) 19 जून से प्रारंभ होकर 28 जून को समाप्त होंगे। इसके साथ ही आप इस दिन चमत्कारी दुर्गा बिसा यंत्र का पूजन कर सकते है। माना जाता है की यह यंत्र देवी मां को प्रसन्न करने के लिए एक बहुत ही शक्तिशाली उपाय है।
श्री दुर्गा बिसा यंत्र ख़रीदे