माघ माह में आने वाली गुप्त नवरात्रि की पूजा का बहुत महत्व है। इस पूजा के माध्यम से जातक को न केवल देवी दुर्गा के सभी स्वरूपों का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है बल्कि घर में सुख-समृद्धि का भी वास होता है। आइये जानते है, गुप्त नवरात्रि की सम्पूर्ण पूजन विधि-
गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि (gupt navaratri pujan vidhi) और इसमें उपयोग की जाने वाली पूजा सामग्री की सूची नीचे दी गई है-
पूजन सामग्री-
• माँ दुर्गा की मूर्ति या चित्र
• दीपक
• बत्ती
• तेल
• रोली
• चावल
• कुमकुम
• गंध
• हल्दी
• फूल
• फल
• नैवेद्य
• कलश
• आरती की थाली
• नारियल, सुपारी, पान, इलायची, लौंग
1. नवरात्रि के पहले दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर स्वस्तिक बनाएं।
2. फिर आम या अशोक के पत्तों की माला बनाएं। ऐसा करने से मां दुर्गा की असीम कृपा प्राप्त होती है।
3. कलश स्थापना करते समय सुबह-शाम मंत्र, चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करें।
4. नवरात्रि के पहले दिन एक लकड़ी की चौकी या आसन पर स्वस्तिक चिन्ह बनाकर देवी मां की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
5. इसके बाद शाम के समय देवी मां के सामने मिट्टी के बर्तन में जौ बोएं। धार्मिक मान्यता में जौ सुख-समृद्धि को दर्शाता है।
6. कलश स्थापना के अलावा रोली, अक्षत, लाल फूल, मौली आदि भी चढ़ाते हैं। मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करके मां दुर्गा की विधिवत पूजा करें।
7. अब देवी माँ के समक्ष अखंड दीपक प्रज्वलित करें और ध्यान रखें की नवरात्रि के सभी दिनों में आप यह अखंड ज्योत जलाए।
8. इसके बाद माँ दुर्गा की आरती गाएं और माता को लौंग, बताशे, फल इत्यादि का भोग अर्पित लगाएं।
इस पूजा विधि का पालन करके आप मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकेंगे और आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होगा।