भारत एक समृद्ध संस्कृति और विविध धर्मों वाला देश है। जनवरी में पोंगल से लेकर दिसंबर में क्रिसमस तक, हम भारतीय साल भर में कई त्योहार मनाते हैं। इन्हीं त्योहारों में से एक है कार्तिक पूर्णिमा। आज के ब्लॉग में हम इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण उपाय साझा कर रहे है।
हिंदू, सिख और जैन धर्मों में कार्तिक पूर्णिमा एक त्योहार है, जो कार्तिक महीने के पंद्रहवें चंद्र दिवस पर मनाया जाता है। यह महीना उत्सव मनाने वालों के लिए सबसे पवित्र माना जाता है। दीपावली से लेकर देवउठनी एकादशी तक मुख्य हिन्दू त्यौहार इस महीने में मनाये जाते है। इस वर्ष 27 नवंबर 2023 (सोमवार) के दिन कार्तिक पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान और दान का विशेष महत्व बताया जाता है। कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान और दान करना पुण्यकारी होता है। इस दिन चंद्रमा और माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन आप कुछ आसान उपायों से अपनी किस्मत चमका सकते हैं। इससे आपके धन, सुख और समृद्धि में वृद्धि होगी।
आइये जानते है क्या है कार्तिक पूर्णिमा के ये अचूक उपाय-
कार्तिक पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी की पूजा करने के लिए सभी आवश्यक विधि विधान का पालन करें। पूजन के दौरान देवी लक्ष्मी को पीली कौड़ियां अर्पित करें। इसके बाद इन पीली कौड़ियों को स्वच्छ लाल कपड़े में बांध दें। इन्हें फिर आप फिर तिजोरी या नकदी डिब्बे में रख दें।
माना जाता है कि कातिक पूर्णिमा की रात चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है। इसलिए इस दौरान चन्द्रमा का सबसे अधिक प्रभाव होता है। इस दिन रात में दूध, जल, शक्कर और सफेद फूल से चंद्रमा को अर्घ्य दें। चंद्रमा की कृपा से आपके परिवार का सुख और समृद्धि में वृद्धि होगा।
यदि आपकी कुंडली में चंद्र दोष है या चंद्रमा कमजोर है, तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा अवश्य करें। पूजन के दौरान "ॐ सोम सों नमः" चंद्र बीज मंत्र का जाप अवश्य करें। पूजन में सफेद रंग के वस्त्र धारण करें। इसके बाद चावल, दूध, खीर, चीनी, मोती आदि का दान करें।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ पर देवी लक्ष्मी का वास होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन जल में चीनी और दूध मिलाकर पीपल के पेड़ पर चढ़ाएं। इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। आशीर्वाद के रूप में वह आपके आर्थिक संकट दूर करती है।
यदि आपकी कुंडली में चंद्र दोष है तो इसे दूर करने के लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा करें। भगवान भोलेनाथ को चन्द्रशेखर के नाम से भी जाना जाता है। शिव जी ने उनके दोषों को दूर करके चंद्रमा को क्षयरोग से बचाया था। इसलिए पूर्णिमा को शिव की पूजा करने से चंद्र दोष से छुटकारा मिल सकता है।