सिंजारा एक प्रमुख राजस्थानी त्योहार है, जो विशेष रूप से तीज के एक दिन पहले मनाया जाता है। यह त्योहार पारंपरिक रूप से महिलाओं और बेटियों के लिए होता है, जिसमें उन्हें सुंदर वस्त्र और मिठाइयों के साथ सजाया जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, तीज का त्योहार सावन के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।
विवाहित महिलाओं के लिए यह दिन महत्वपूर्ण है। इस दिन ये सभी महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और माता पार्वती से सुहाग, घर में निरंतर सुख, समृद्धि और शांति की प्रार्थना करती हैं। तीज से एक दिन पहले आयोजित होने वाले सिंजारे उत्सव का विशेष महत्व है। तीज से एक दिन पहले महिला के मायके से साज सिंगार का सामान आता है। सिंजारा 2024 (Sinjara 2024) में भी यह त्योहार हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। आज इस लेख में हम जानेंगे कि यह सिंजारा क्या है, यह कब मनाया जाता है, हरियाली तीज में इसका क्या महत्व है और इस दिन कन्याओं को क्या भेजा जाता है।
सिंजारा, जिसे सिंधारा या छोटी तीज भी कहा जाता है, तीज त्योहार से पहले का एक दिन होता है। सिंजारा का अर्थ है सजना-संवरना। यह त्योहार खासकर महिलाओं और लड़कियों के लिए होता है, जिसमें वे नए कपड़े पहनती हैं, मेहंदी लगाती हैं और मिठाइयाँ बांटती हैं। हरियाली तीज से एक दिन पहले विवाहित महिला के मायके से सौंदर्य प्रसाधन की सोलह वस्तुएं भेजी जाती हैं जिन्हें सिंजारा (Sinjara 2024) कहा जाता है। कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन और मिठाइयाँ भी वहाँ भेजी जाती हैं। ऐसा कहा जाता है कि माता-पिता सिंजारे परंपरा का पालन करते हुए अपनी बेटियों को आशीर्वाद देते हैं ताकि वह हमेशा खुश रहे। अविवाहित लड़कियां भी सुयोग्य वर पाने के लिए हरियाली तीज का व्रत रखती हैं। जिन लड़कियों की शादी की तय होती है, उनके पति के रिश्तेदारों द्वारा भावी बहू को शादी के तोहफे भेजे जाते हैं। सिंजारे की परंपरा मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में प्रचलित है।
हरियाली तीज 2024 हर साल श्रावण शुक्ल तृतीया के दिन मनाई जाती है। सिंजारा भी दूज के दिन यानि तीज के एक दिन पहले मनाने की परंपरा है। इस साल यह सिंजारा पर्व 6 अगस्त 2024 (Sinjara 2024) को मनाया जाएगा.
सोलह श्रृंगार की चीजें
साड़ी
सिंदुर
काजल
बिंदी
गजरा
मेहंदी
कंघा
पायल
बिछिया
झुमकें
इत्र/परफ्यूम
लाल/ हरी चुड़ी
यह कुछ मुख्य सिंजारे (Sinjara 2024) के सामन है, इसके अलावा आप अपने अनुसार शृंगार की सामग्री अपने बेटी या बहु को भेज सकते है।
इसके अलावा आप निम्नलिखित वस्तुएं भी अपनी बेटी या होने वाली बहु को भेज सकते है
लिपस्टिक: विभिन्न रंगों की लिपस्टिक, जो बेटी की सुंदरता को बढ़ाती है।
फाउंडेशन: चेहरे की त्वचा को समतल और खूबसूरत बनाने के लिए फाउंडेशन दिया जाता है।
फेस पाउडर: चेहरे की चमक को बनाए रखने के लिए फेस पाउडर का उपयोग किया जाता है।
नैल पेंट: नाखूनों को सजाने के लिए विभिन्न रंगों की नैल पेंट दी जाती है।
हेयर ऑइल: बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाने के लिए हेयर ऑइल दिया जाता है।
बॉडी लोशन: त्वचा को नर्म और मुलायम बनाने के लिए बॉडी लोशन दिया जाता है।
मिठाइयों में फिनी और घेवर सिंजारे में जरूर भेजा जाता है इसके अलावा रसगुल्ला और मावे से बनी मिठाई भी भेजी जा सकती है।
बेटी की साड़ी के साथ दामाद के कपड़े भी भेजे जाते है. कई क्षेत्रों में सास -ससुर और बच्चों के कपड़े देने की प्रथा है।
Dharmsaar कि ओर से आप सभी को हरियाली तीज और सिंजारे के इस पावन पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
(यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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