हिन्दू संस्कृति में रुद्राक्ष के बीज केवल एक मनका नहीं बल्कि स्वयं भोलेनाथ का दिव्य स्वरुप है। पुराणों में रुद्राक्ष के विभिन्न मुखियों का उल्लेख किया गया है, और हर मुखी की अपनी विशिष्ट शक्ति और महत्व होता है। इन मनको का उपयोग न केवल पूजा-पाठ और मंत्र जाप में किया जाता है, बल्कि यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी कल्याणकारक माने जाते हैं। इन्हीं रुद्राक्ष में से 8 मुखी रुद्राक्ष को एक शक्तिशाली और चमत्कारी रुद्राक्ष माना जाता है।
मान्यता है की 8 मुखी (8 mukhi rudraksha) रुद्राक्ष भगवान गणेश का प्रतीक है, जो भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रिय पुत्र हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि गणेश पूजा के समय इस 8 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना अत्यंत शुभ होता है, जिससे शीघ्र सफलता मिलती है। यह 8 मुखी रुद्राक्ष (8 mukhi rudraksha) 8 दिशाओं और 8 प्रकार के लाभों को प्रकट करता है। 8 मुखी रुद्राक्ष पहनने से न केवल आत्मविश्वास में वृद्धि होती है बल्कि यह जातक के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में भी कार्य करता है।
आइए, जानते है 8 मुखी रुद्राक्ष के महत्व, इसके अद्वितीय लाभ (8 mukhi rudraksha ke laabh) और इसे धारण करने के प्रभावी उपाय-
• राहु के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए आठ मुखी रुद्राक्ष (aath mukhi rudraksha ke laabh) पहनने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि इसे धारण करने वाले व्यक्ति पर राहु की कुदृष्टि का प्रभाव नहीं पड़ता है।
• 8 मुखी रुद्राक्ष (original 8 mukhi rudraksha) कार्यक्षेत्र में आने वाली समस्याओं और बाधाओं को दूर करता है, जिससे करियर की दिशा में सफलता और प्रगति मिलती है। यह रुद्राक्ष नौकरी और व्यापार में उन्नति के मार्ग खोलता है।
• आठ मुखी रुद्राक्ष पहनने से आत्मविश्वास और मानसिक विकास में वृद्धि होती है। माना जाता है की इसे धारण करने से व्यक्ति के फोकस में सुधार होता है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
• 8 मुखी रुद्राक्ष भगवान गणेश का प्रतीक है, और भगवान गणेश की पूजा से 'ऋद्धि' और 'सिद्धि' की प्राप्ति होती है। ऐसे में इस चमत्कारी रुद्राक्ष (8 mukhi rudraksha in hindi) को धारण करने से जातक के जीवन से सभी प्रकार के विघ्न दूर हो जाते है।
• 8 मुखी रुद्राक्ष पहनने से शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। खासकर फेफड़ों के रोग, श्वास संबंधी समस्याएं, नेत्र रोग या भय जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। यह रुद्राक्ष शरीर को ऊर्जा और रोग प्रतिकारक क्षमता प्रदान करता है।
• ऐसा माना जाता है कि 8 मुखी रुद्राक्ष (8 mukhi rudraksha benefit) धारण करने से अकाल मृत्यु और आकस्मिक दुर्घटनाओं जैसे भय से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही जिस भी जातक की कुंडली में काल सर्प जैसे दोष है, उन्हें भी खास तौर पर यह रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
• आठ मुखी रुद्राक्ष (8 mukhi wearing tips in hindi) को पहनने से पहले इसे गंगाजल से धो लें। इसे गले में पेंडेंट या कलाई पर ब्रेसलेट के रूप में पहना जा सकता है।
• 8 मुखी रुद्राक्ष के अधिकतम लाभ के लिए इसे कलाई पर ब्रेसलेट के रूप में पहनना शुभ होता है।
• आठ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से पहले इसे हल्दी के पानी में एक दिन के लिए पूजा स्थल पर रखें।
• फिर, सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा करें। इसके बाद भोलेबाबा का स्मरण करें।
• रुद्राक्ष धारण करने से पहले पूर्व दिशा में मुख करके 108 बार "ॐ हूम नमः" और "ॐ गणेशाय नमः" मंत्र का जाप करें, फिर इसे पहनें।
Buy Natural 8 Mukhi Rudrakshaआपको बता दें की 8 मुखी रुद्राक्ष (8 mukhi rudraksha) को भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त है, साथ ही इसका संबंध भगवान कार्तिकेय से भी माना जाता है। अगर आपके भी व्यापार में परेशानियां आ रही हैं या परिवार में आर्थिक तंगी चल रही है तो आप इन 8 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं। हालांकि, इसे धारण करने से पूर्व किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें।