हिंदू धर्म में यंत्र आध्यात्मिक और भौतिक लाभों के लिए प्रयोग किए जाने वाली एक प्रकार की विशेष वस्तु है। मंगल यंत्र विशेष रूप से हिंदू देवता मंगल को समर्पित है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, मंगल को एक अशुभ ग्रह माना जाता है, और मंगल यंत्र का उपयोग इस ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम करने और सौभाग्य को आकर्षित करने के लिए किया जाता है।
मंगल यंत्र (mangal yantra) आमतौर पर पीतल, तांबे या चांदी से बना होता है। यह यंत्र विभिन्न आकार और डिजाइनों में पाया जाता है। कुंडली में मंगल की खराब स्थिति और उसके जुड़े सभी नकारात्मक प्रभावों को दूर करने करने के लिए मंगल यंत्र (what is mangal yantra) का प्रयोग किया जाता है। यह यंत्र मुख्य तौर पर घर व ऑफिस में स्थापित किया जाता है, लेकिन बहुत से लोग अपने पर्स (बटुए) में भी इस यंत्र को रखते है। इस प्रभावशाली मंगल यंत्र का प्रयोग खासकर प्रेम, रिश्ते और विवाह से संबंधित समस्याओं का हल करने के लिए किया जाता है।
मंगल यंत्र को हिंदू धर्म में एक शक्तिशाली यंत्र माना जाता है। ज्योतिष के साथ ही इस यंत्र का आध्यात्मिक और भौतिक महत्व भी माना जाता है। मंगल यंत्र के कुछ प्रमुख महत्व हैं:
किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को प्रारंभ करने से पहले श्री मंगल यंत्र की स्थापना करने बहुत शुभ माना जाता है। मंगल यंत्र को हिंदू धर्म में एक शक्तिशाली यंत्र माना जाता है।
हिंदू ज्योतिष में मंगल को एक अशुभ ग्रह माना जाता है। कुंडली में विराजमान यह मंगल ग्रह जातक को बहुत से अशुभ फल प्रदान करता है। ऐसे में इन दुष्प्रभावों से बचने के लिए मंगल यंत्र बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
आध्यात्मिक महत्व के साथ ही श्री मंगल यंत्र भौतिक लाभ से भी परिपूर्ण होता है। आध्यात्मिक महत्व के अलावा, श्री मंगल यंत्र को वित्तीय स्थिरता और व्यवसाय और करियर में सफलता जैसे भौतिक लाभ भी प्रदान करने वाला माना जाता है।
मंगल यंत्र को सौभाग्य और समृद्धि लाने वाला भी माना जाता है, विशेष रूप से प्रेम, रिश्ते और विवाह संबंधित मामलों में यह यंत्र बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। श्री मंगल यंत्र को एक सुखी वैवाहिक जीवन और सकारात्मक संबंधों को आकर्षित करने के लिए प्रभावशाली यंत्र माना जाता है।
मंगल यंत्र को हिंदू धर्म में आध्यात्मिक विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपकरण माना जाता है। धर्म शास्त्रों में इस यंत्र को ध्यान-साधना करने और दैवीय ऊर्जाओं को आकर्षित करने वाला माना गया है।
1. भूमि और भवन संबंधी विवादों को सुलझाने में मंगल यंत्र का प्रयोग किया जाता है।
2. विवाह में आने वाली रुकावटों को दूर के लिए श्री मंगल यंत्र का इस्तेमाल किया जाता है।
3. कर्ज मुक्ति की समस्या से निजात पाने के लिए श्री मंगल यंत्र का पूजन किया जाता है।
4. घर के निर्माण के समय मंगल यंत्र स्थापित करने से बहुत से शुभ फल आपको प्राप्त होते है।
5. जन्म कुंडली में अशुभ मंगल को शांत करने के लिए मंगल यंत्र का विशेष तौर पर प्रयोग किया जाता है।
6. इसके साथ ही महिलाओं की गर्भावस्था के दौरान यह यंत्र सुरक्षा कवच की तरह प्रयोग किया जाता है।
7. किसी भी मांगलिक कार्य में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए श्री मंगल यंत्र का प्रयोग किया जाता है।
8. मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव और करियर व व्यवसाय में आने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए मंगल यंत्र का उपयोग किया जाता है।