भगवान गणेश को सुख-समृद्धि, सौभाग्य और सफलता के देवता के रूप में जाना जाता है। विग्नहर्ता भगवान गणेश धन और वैभव के प्रतीक भी माने जाते है। माना जाता है की जिस घर में गणपति जी रहते है, वहां हमेशा ही सुख-समृद्धि का संचार होता है। लेकिन गणेश जी की मूर्ति को घर में रखते समय कुछेक सावधानियां बरतनी चाहिए। साथ ही वास्तु संबंधी कुछ चीज़ों का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
ऐसा देखा जाता है, की ज्यादातर लोग घर के मुख्य द्वार पर गणपति जी की मूर्ति स्थापित करते है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से न सिर्फ घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रभावहित होती है, बल्कि यह परिवार के लोगों के लिए सुख समृद्धि भी लेकर आती है। लेकिन आपको बता दें, यदि सही तरीके से मूर्ति स्थापित न कि जाए, तो यह आपको पूरी तरह से लाभ प्रदान नहीं करती है। वास्तु शास्त्र में गणपति मूर्ति स्थापित करने के बहुत से नियम बताएं गए है।
आइये विस्तार से जानते है की गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
गणपति जी की मूर्ति स्थापित करने से पहले यह सुनिश्चित करना बहुत ज़रूरी है, की आप किस दिशा में मूर्ति को स्थापित कर रहे है। गणेश जी की मूर्ति को घर की पूर्व या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। यह मूर्ति स्थापित करने के लिए घर का ईशान कोण सबसे शुभ स्थान माना जाता है।
ऐसा कहा जाता है की गणेश जी को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि जहां प्रतिमा स्थापित की जाए उसके आस पास शौचालय या गन्दगी न हो। इसके पीछे यह कारण बताया जाता है की जहां स्वछता या साफ़-सफाई की कमी होती है , वहां सदा नकारात्मकता का वास होता है।
वास्तु के अनुसार बैडरूम या शयनकक्ष में किसी भी देवी देवता की मूर्तियों को न रखने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही मूर्ति को कभी भी घर के उस कोने में नहीं स्थापित करनी चाहिए, जहां शयन के समय आपके पैर रहते हो।
बहुत से लोग अक्सर यह गलती कर देते है, की वह घर में एक से ज्यादा मूर्तियां रख देते है। लेकिन आपको बता दे, वास्तु के अनुसार घर में केवल एक ही मूर्ति रखनी चाहिए। ऐसा करने के पीछे यह मान्यता बताई जाती है, की यदि घर में गणपति जी की एक से ज्यादा मूर्तियां हो, तो रिद्धि-सिद्धि रुष्ट हो जाती है।
वास्तु के अनुसार मूर्ति का सही चयन करना भी बहुत ज़रूरी है। ऐसा कहा जाता है कि आम, पीपल, नीम के पेड़ों से बनी गणेश प्रतिमा सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। माना जाता है कि गणपति जी की क्रिस्टल की मूर्तियाँ सभी वास्तु दोषों को दूर में सहायक होती है। हालाँकि हल्दी से बनी गणपति मूर्ति को भी अत्यधिक शुभ बताया जाता है।
वास्तु शास्त्र में बताए गए इन कुछ नियमों के अनुसार, यदि जातक अपने घर में गणपति बप्पा की मूर्ति रखते है, तो उनके घर में सदा ही धन, वैभव और समृद्धि बनी रहती है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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