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7 Most Famous Temples in Varanasi | जानिए वाराणसी के 7 प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में

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वाराणसी एक ऐसा शहर है, जहां धर्म और आध्यात्म का एक अनोखा सांमजस्य देखने को मिलता है। वाराणसी को पहले काशी के नाम से विश्वभर में जाना जाता था। मंदिरों की नगरी कहलायी जाने वाली वाराणसी, भारत के सबसे प्राचीनतम शहरों में से एक है।

7 Most Famous Temples in Varanasi | जानिए वाराणसी के 7 प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में

वाराणसी की यदि बात की जाए तो यह उत्तर- प्रदेश राज्य में स्थित है। वाराणसी मुख्यतः अपने भव्य और आलीशान मंदिरों के लिए सर्वाधिक लोकप्रिय है। यहां दुनियाभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन को आते है। ऐसे में आज इस ब्लॉग के माध्यम से, हम आपको वाराणसी के उन 7 मुख्य मंदिरों के बारे में बताने जा रहे है, जहां जीवन में एक बार अवश्य जाना चाहिए। आइये विस्तार से जानते है इन मंदिरों के बारे में-


1. काशी विश्वनाथ मंदिर

काशी विश्वनाथ मंदिर का यह मंदिर वाराणसी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। काशी विश्वनाथ के इस मंदिर का इतिहास बहुत रोचक बताया जाता है। माना जाता है की सन 1194 ईस्वी में कुतुब-उद-दीन-ऐबक ने इस मंदिर को पुरे तरह से नष्ट कर दिया था, जिसके बाद 18वीं सदी में अहिल्याबाई होलकर ने इस मंदिर का फिर से निर्माण करवाया था।

मंदिर का समय - 3:00 AM से 10:30 PM


2. भारत माता मंदिर

आइए अब जानते है, वाराणसी के अगले लोकप्रिय मंदिर के बारे में, जिसे भारत माता मंदिर के नाम से जाना जाता है। भारत माता का यह मंदिर महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ के परिसर में स्थापित है। वाराणसी में स्थित इस मंदिर का निर्माण सन 1936 में डॉ शिवप्रसाद गुप्त द्वारा किया गया था। आपको बता दें, इस मंदिर का उद्घाटन स्वयं महात्मा गांधी ने किया गया था।

मंदिर का समय- 9:00 AM से 8:30 PM


3. अन्नपूर्णा देवी मंदिर

माँ जगदम्बा का स्वरुप माने जाने वाली देवी अन्नपूर्णा, अन्न और पोषण देने वाली देवी के रूप में जाने जाती है। वाराणसी में स्थित यह तीसरा मंदिर देवी अन्नपूर्णा को ही समर्पित है। मंदिर प्रांगण में देवी की एक सुनहरी छवि दिखाई पड़ती है, जो शहर को भुखमरी जैसी समस्याओं से बचाती है। इतिहास में बताया जाता है की इस मंदिर का निर्माण पेशवा बाजी राव के द्वारा करवाया गया था। अन्नपूर्णा देवी के इस मंदिर में दीपावली के समय एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। माना जाता है इस दौरान जाने वाले सभी दर्शनार्थियों को सिक्के दिए जाते हैं, जो समृद्धि प्राप्त करने में सहायक होते है।

मंदिर का समय- 5:30 AM से 10:00 PM


4. संकट मोचन मंदिर

भगवान हनुमान को समर्पित यह प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर, वाराणसी में अस्सी घाट के पास स्थित है। मंदिर में देश भर से लाखों की संख्या में भक्तों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसा कहा जाता है की इस मंदिर में बहुत से बंदर मौजूद हैं, जो इस अपनी अनूठी अनुभूति देते है। बताया जाता है की भारतीय विद्वान मदन मोहन मालवीय जी ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। इस मंदिर में विशेष रूप से बेसन के लड्डू का भोग लगाया जाता है।

मंदिर का समय - 8:30 AM से 9 PM


5. काल भैरव मंदिर

काल भैरव का यह मंदिर भगवान भोलेनाथ को समर्पित है। वाराणसी के प्राचीन मंदिरों में से एक काल भैरव का यह मंदिर, मुख्य डाकघर के पास वाराणसी में स्थित है। इस मंदिर में विशेष तौर पर रविवार एवं मंगलवार को बहुत भीड़ देखने को मिलती है। इसके साथ ही, आरती के समय यहां बजने वाले नगाड़े और डमरू की आवाज से सारा वातावरण शुद्ध हो जाता है। माना जाता है की बाबा भैरव पुरे वनराशि शहर की रक्षा करते है। काल भैरव के इस मंदिर में प्रसाद के रूप शराब आदि चढाने का विशेष महत्व बताया जाता है।

मंदिर का समय -5:30 AM से 10:30 PM


6. दुर्गा मंदिर

वाराणसी के प्रमुख मंदिरों में से एक, देवी दुर्गा को समर्पित है यह मंदिर विशिष्ट नागर शैली में बनाया गया है। इस मंदिर परिसर के अंदर गहरे पानी का एक तालाब है। इस तालाब के बारे में ऐसी मान्यता बताई जाती है की यह पिछले कुछ वर्षों से गंगा नदी से जुड़ा हुआ है। माना तो यह भी जाता है की मां दुर्गा ने दैत्य ने शुंभ और निशुंभ का वध कर इस स्थान पर विश्राम किया था। आदिकाल से स्थापित इस मंदिर में मां यहां आदि शक्ति स्वरूप में विराजमान रहती है।

मंदिर का समय - 5 AM से 10 PM


7. मृत्युंजय महादेव मंदिर

भगवान शिव को समर्पित, यह मृत्युंजय महादेव मंदिर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थानों में से एक है। भोलेनाथ का यह मंदिर वाराणसी के दारानगर, विशेश्वरगंज में स्थित है। यह मंदिर रोग-आदि ठीक करने के लिए जाना जाता है। इसे रावणेश्वर मंदिर भी कहा जाता है। यह माना जाता है की मंदिर अपने सभी भक्तों को अप्राकृतिक मृत्यु से दूर रखते हैं और बीमारियों का इलाज करते है। मृत्युंजय महादेव मंदिर एक प्रचीन हिन्दू मंदिर है, जो एक खास ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।

मंदिर का समय - 4 AM से 10 PM

देश भर में बनारस का यह शहर अपने प्राचीन मंदिरों के कारण जाना जाता है। माना जाता है की यहां आए हुए सभी यात्रियों को शांति अलग अनुभूति होती है और उनका मन भी पवित्र हो जाता है। मंदिरों के अलावा भी यह शहर घाट के लिए जाना जाता है। वाराणसी में स्थित पवित्र घाट और मंदिर सदियों से पर्यटकों का आकर्षण केंद्र रहे है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Dharmsaar इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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