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5 types of leaves to please Lord Shiva: मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए भगवान शिव को चढ़ाएं ये 5 प्रकार के पत्ते

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त्रिकालदर्शी और त्रिनेत्रधारी भगवान शिव की महिमा समस्त ब्रह्मांड में व्यापत है। शिव कैलाश के वासी है, जिन्हें संसार के सर्वप्रथम योगी के रूप में भी जाना जाता है। शंकर, महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ जैसे कितने ही नामों से भक्तों के द्वारा पूजे जाने वाले भगवान शिव आदि है और अनंत भी है। सनातन धर्म में भगवान शिव को बहुत शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक माना जाता है।

5 types of leaves to please Lord Shiva: मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए भगवान शिव को चढ़ाएं ये 5 प्रकार के पत्ते

ऐसा माना जाता है कि सच्चे मन से भगवान शिव का पूजन करने से न सिर्फ भक्तों को मनवांछित फल की प्राप्ति होती है, बल्कि दुःख-दर्द और कष्टों से भी मुक्ति मिलती है। भगवान शिव का ध्यान करने मात्र से ही हमारे भीतर एक सकारत्मक ऊर्जा का संचार होता है। धर्म शास्त्रों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपाय बताएं जाते है, ऐसे में आज हम आपको ऐसे कुछ पतियों के बारे में बताने जा रहे है, जिन्हें भगवान शंकर पर चढ़ाने कल्याणकारक माना जाता है। आइए जानते है-


Types of leaves offer to Lord Shiva| भगवान शिव को चढ़ाए जाने वाले पत्ते

पण्डितजनों द्वारा शिवलिंग पर जल के साथ बिल्व पत्र अर्पित करने की सलाह दी जाती है। भगवान शिव की पूजा में यह शुभ माने जाते है। लेकिन, बिल्व पत्र के साथ ही यहां दिए गए 6 प्रकार के पत्ते भी भगवान शिव पर चढ़ाएं जाते है-

आक

शिव पुराण के अनुसार, आक के पेड़ का फल भगवान शिव के पसंदीदा फलों में एक माना जाता है। इसके पेड़ के पुष्प एवं पत्ते दोनों ही भगवान शिव को अर्पित किये जाते है। माना जाता है कि अकाल मृत्यु से बचने के लिए भगवान शिव को आक के फूल और पत्ते चढ़ाएं जाते है। हालांकि किसी धार्मिक अवसर और मानसिक रोग के निजात पाने के लिए भी शिवलिंग पर यह पत्ते चढ़ाए जाते है।

अशोक

अशोक के पेड़ को हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र पेड़ों में से माना जाता है। घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए लगभग हर शुभ अवसर पर इन पत्तियों किया जाता है। धार्मिक रूप से भगवान शिव को अशोक के पत्ते अर्पित करने से संतान से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही समाज में मान-प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए भी भगवन शिव को अशोक के पत्ते अर्पित किये जाते है।

आम

गृह प्रवेश के दौरान सुख-समृद्धि को आकर्षित करने के लिए बहुत से लोग आम के पेड़ों की पत्तियों का उपयोग करते है। आम के पत्तों से बनी बंदरवाल का प्रयोग को प्रवेश द्वार को सजाने के लिए किया जाता है। रामायण और महाभारत जैसे महान धर्म ग्रंथों में भी इसके पवित्रता के बारे में उल्लेख किया गया है। जीवन में धन और समृद्धि का संचार करने के लिए भगवान शिव को आम के पत्ते चढ़ाना शुभ माना जाता है।

बरगद

कई हिंदू शास्त्रों में यह उल्लेख किया गया है कि बरगद का पेड़ शाश्वतता का प्रतीक है। बरगद के पेड़ को वनस्पति के सृजन का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है की यदि कोई भगवान शिव को बरगद पेड़ के पत्ते चढ़ाता है, तो उन्हें लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही संतान प्राप्ति के लिए भी लोग बरगद के पेड़ का विशेष पूजन करते है। बरगद के वृक्ष को 'अक्षयवट' के नाम से जाना जाता है।

पीपल

स्कंद पुराण के अनुसार, पीपल के पेड़ में त्रिदेव भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव) निवास करते है। जहां ब्रह्मा और विष्णु इस पेड़ के जड़ोंऔर तने में निवास करते है। वही भगवान शिव पीपल के पत्तों में निवास करते है। इसलिए शिवलिंग पर पीपल के पत्ते चढ़ाना भी बेल-पत्र के समान ही शुभ माना जाता है। इसके साथ ही यदि आपके कुंडली में शनि दोष है, तो उसे कम करने के लिए भी आप भगवान शिव को नियमित रूप से पीपल के पत्ते चढ़ा सकते है।

उपरोक्त दिए गए इन सभी पत्तों के अलावा आप शिवलिंग पर सफेद रंग के पुष्प भी चढ़ाएं। सफेद रंग के फूल भगवान शिव को सबसे प्रिय माने जाते है। शिवलिंग के पूजा करने के साथ ही नियमित श्री शिव चालीसा (shree shiv chalisa) का पाठ करना भी अनेकों शुभ फल प्रदान करता है। इसके साथ ही आप मेडिटेट करते समय "ॐ" शब्द का उच्चारण भी कर सकते है। ध्यान-साधना के समय "ॐ" मंत्र का उच्चारण करने से मन में पाजिटिविटी का संचार होता है।

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